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हुगली, 25 जून (हि.स.)। पूर्व बर्दवान जिले के पूरबस्थली(1) ब्लॉक में नसरतपुर ग्राम पंचायत अंतर्गत स्थित किशोरीगंज मनमोहनपुर प्राथमिक विद्यालय में एक प्राथमिक स्कूल में वर्षों से अलग-अलग धर्मों के विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग मध्याह्न भोजन पकाये और परोसे जाने की खबर के बाद जिला प्रशासन मामले की जांच में जुट गई है।
पूर्व बर्दवान की जिला मजिस्ट्रेट आयशा रानी ने कहा कि हमने स्कूल में जांच दल भेजा है। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
स्कूल के वर्तमान अधिकारियों और रसोइयों का दावा है कि यह व्यवस्था 2000 से लागू है, जबसे मध्याह्न भोजन योजना शुरू की गई थी। उल्लेखनीय है कि इस स्कूल में 72 छात्र हैं - 29 मुस्लिम और 43 हिंदू।
वर्ष 2002 से 2022 तक सेवा देने वाले पूर्व प्रधानाध्यापक गोविंदा भद्र ने बताया कि यह व्यवस्था योजना के शुरुआती दिनों से चली आ रही है। पहले केवल एक रसोइया नियुक्त किया गया था। जब एक समुदाय द्वारा आपत्ति जताई गई, तो दूसरे रसोइए को काम पर रखा गया। मैंने इस प्रथा को समाप्त करने के लिए कई बार प्रयास किया और ब्लॉक विकास अधिकारी और स्कूल निरीक्षक को भी सूचित किया। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
स्थानीय पंचायत नेताओं ने कहा कि उन्हें इस प्रथा के बारे में जानकारी नहीं है और वे गांव के निवासियों से बात करेंगे।
नसरतपुर ग्राम पंचायत के प्रधान कानन बर्मन ने कहा कि हमें इस बारे में जानकारी नहीं दी गई थी। अब जब हमें पता चला है, तो हम बैठक करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि इस तरह की प्रथा बंद हो।
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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय