(अपडेट) महू के पास निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा ढहने से दो मजदूराें की दबकर माैत
महू, 25 जून (हि.स.)। मध्य प्रदेश के महू जिले में बुधवार तड़के एक बड़ा हादसा हाे गया। यहां इंदौर-इच्छापुर नेशनल हाइवे पर चोरल में निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा भरभराकर गिर गया। मलबे में दबकर दो मजदूरों की मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय प्
निर्माणाधीन सुरंग ढहने से दो मजदूराें की दबकर माैत


महू, 25 जून (हि.स.)। मध्य प्रदेश के महू जिले में बुधवार तड़के एक बड़ा हादसा हाे गया। यहां इंदौर-इच्छापुर नेशनल हाइवे पर चोरल में निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा भरभराकर गिर गया। मलबे में दबकर दो मजदूरों की मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मौके पर हैं। उन्होंने प्राथमिक तौर पर इसकी वजह बारिश को बताया गया है।

जानकारी के अनुसार हादसा बुधवार सुबह करीब 4 बजे हुआ। इंदौर-इच्छापुर नेशनल हाइवे पर चोरल नदी के पास दो सुरंगें बनाई जा रही हैं। बुधवार तड़के निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा गिर गया। घटना के बाद माैके पर अफरा तफरी मच गई।

सिमरोल थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि हादसा इंदौर से करीब 35 किलोमीटर दूर चोरल इलाके में टनल नंबर 3 में हुआ। इस टनल का काम हैदराबाद की मेघा इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है। बुधवार तड़के टनल का करीब 18 मीटर ऊंचा और 16 मीटर चौड़ा हिस्सा नीचे गिर पड़ा। हादसे में झारखंड निवासी विकास राय (29) की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, सिंगरौली निवासी लालजी कौल (26) ने इंदौर के अस्पताल में दम तोड़ दिया। शव पोस्टमॉर्टम के लिए इंदौर के जिला अस्पताल भेजा गया है। वहीं, लालजी कौल को गंभीर रूप से घायल होने के बाद इंदौर में तेजाजी नगर के जीवन ज्योति हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। यहां से एमवाय अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।

हादसे की सूचना मिलते ही महू एसडीएम राकेश परमार समेत नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के अधिकारी बुधवा सुबह मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि टनल के एक छोर पर देर रात से मजदूर काम कर रहे थे। घटना के बाद टनल का मलबा हटाने के लिए दो पोकलेन मशीन को काम पर लगाया गया है। मलबे को डंपर में भरकर ले जाया जा रहा है।

उल्‍लेखनीय है कि सुरंगें बनने और हाईवे के निर्माण पूरा होने के बाद खंडवा से इंदौर जाने में लगभग ढाई घंटे समय की बचत होगी। अभी इंदौर से खंडवा जाने में साढ़े चार से पांच घंटे तक लग जाते हैं। पहली सुरंग 500 और दूसरी 300 मीटर लंबी होगी। इनसे हाइवे पर मोड़ की संख्या घटेगी, जिससे हादसों पर लगाम लगाई जा सकेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे