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बरेली, 25 जून (हि.स.) । शहर के नामी नर्सिंग होम में नवजात बदलने का मामला सामने आने से हड़कंप मच गया। परिजनों ने डॉक्टर और स्टाफ पर बेटे को बदलकर किसी और को सौंपने और बदले में उन्हें बेटी थमाने का आरोप लगाया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके का मुआयना किया और जांच शुरू कर दी है।
पहले दी बेटे के जन्म की सूचना, फिर बदली बात
घटना बुधवार सुबह की है। सुभाषनगर निवासी आकाश बाबू रत्नाकर की पत्नी काजल को प्रसव पीड़ा होने पर उन्हें प्रेमनगर स्थित डॉ. एस.के. अग्रवाल नर्सिंग एंड मेटरनिटी सेंटर में भर्ती कराया गया था। सुबह करीब 9:10 बजे काजल ने बच्चे को जन्म दिया। परिजनों के मुताबिक, ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर संध्या अग्रवाल ने उन्हें बेटे के जन्म की जानकारी दी।
जांच के बहाने बच्चे को ले गई नर्स
परिजनों का कहना है कि बेटे की जानकारी मिलने के बावजूद उन्हें बच्चा नहीं दिखाया गया। थोड़ी देर बाद एक नर्स नवजात को “जांच” के बहाने अस्पताल के दूसरे यूनिट में ले गई। इसके बाद परिवार को करीब चार घंटे तक कोई सूचना नहीं दी गई। चार घंटे बाद अस्पताल प्रशासन ने कहा कि प्रसूता ने बेटे नहीं, बल्कि बेटी को जन्म दिया है।
परिजनों ने लगाया बच्चे की अदला-बदली का आरोप
इस अचानक बदली सूचना से परिवार में हड़कंप मच गया। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जानबूझकर नवजात की अदला-बदली की गई है और उनके बेटे को किसी और को दे दिया गया। इसके बाद परिजन भड़क उठे और अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया।
पुलिस ने संभाला मोर्चा, जांच में जुटी टीम
सूचना मिलते ही प्रेमनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को संभाला। पीड़ित आकाश बाबू ने डॉक्टर संध्या अग्रवाल और स्टाफ के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस ने अस्पताल का सीसीटीवी फुटेज खंगालने और स्टाफ से पूछताछ की तैयारी शुरू कर दी है।
प्रेमनगर इंस्पेक्टर आशुतोष रघुवंशी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरी निष्पक्षता से जांच की जा रही है। सच्चाई जल्द सामने लाई जाएगी।
डॉक्टर संध्या अग्रवाल से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका फोन नहीं उठ पाया।
हिन्दुस्थान समाचार / देश दीपक गंगवार