प्रशिक्षु अधिकारियों ने की मुख्यमंत्री से भेंट, सुक्खू बोले- जनकल्याण हो प्राथमिकता
शिमला, 25 जून (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रशासनिक सेवाओं के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू से शिष्टाचार भेंट की। इस प्रतिनिधिमंडल में भारतीय प्र
मुख्यमंत्री से भेंट करते अधिकारी


शिमला, 25 जून (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रशासनिक सेवाओं के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू से शिष्टाचार भेंट की। इस प्रतिनिधिमंडल में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2024 बैच के दो अधिकारी और हिमाचल प्रशासनिक सेवा सहित संबंधित सेवाओं के 2025 बैच के 19 अधिकारी शामिल थे।

मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु अधिकारियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे जनकल्याण को केंद्र में रखकर कार्य करें और प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता, दक्षता और संवेदनशीलता बनाए रखें। उन्होंने कहा कि सुशासन और जनसेवा ही प्रशासनिक सेवा की आत्मा है और हर अधिकारी को यही मूल मंत्र लेकर काम करना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की योजनाओं और नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन में अधिकारियों की भूमिका अहम होती है। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा जताई कि वे योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक पहुंचाने में समर्पित भाव से कार्य करें।

पर्यटन और जलवायु को प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इन क्षेत्रों के विकास के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि हाल ही में उन्होंने किन्नौर जिले में भारत-चीन सीमा के समीप शिपकी-ला का दौरा किया और वहां सीमांत पर्यटन की शुरुआत की गई है। अब तक 2500 से अधिक पर्यटक इस नए पर्यटन स्थल का भ्रमण कर चुके हैं, जो राज्य सरकार की पर्यटन प्रोत्साहन नीति की सफलता का संकेत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटन के विकास से स्थानीय लोगों को रोजगार और आजीविका के नए अवसर मिलेंगे और राज्य की आर्थिकी को मजबूती मिलेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा