मनजिंदर सिंह सिरसा ने वजीरपुर औद्योगिक क्षेत्र का किया निरीक्षण एवं साफ-सफाई का लिया जायजा
नई दिल्ली, 24 जून (हि.स.)। दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने मंगलवार को वजीरपुर औद्योगिक क्षेत्र का दौरा किया और मानसून के मद्देनजर नालों की सफाई के काम का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली
पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा अधिकारियों के साथ नालों का निरीक्षण करते हुए


नई दिल्ली, 24 जून (हि.स.)। दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने मंगलवार को वजीरपुर औद्योगिक क्षेत्र का दौरा किया और मानसून के मद्देनजर नालों की सफाई के काम का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली बदल रही है, बेहतर बन रही है और जिसके चलते दिल्ली के लोगों की समस्याएं सुलझ रही हैं।

मनजिंदर सिंह सिरसा ने सफाई कार्यो के निरीक्षण के दौरान कहा कि इस मानसून में दिल्ली रुकेगी नहीं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर अफसरों तक पूरा सिस्टम मैदान में है ताकि हर नाला साफ हो और हर सड़क चालू रहे।

सिरसा ने कहा कि नालों की सफाई युद्धस्तर पर की जा रही है और खुले नालों को ढकने तथा गड्ढों को भरने का काम तेजी से चल रहा है। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि नालों की मैन्युअल सफाई बिल्कुल न की जाए और सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई सुपर सकर मशीनों व अन्य उपकरणों का ही उपयोग किया जाए ताकि काम सुरक्षित और प्रभावी हो।

सिरसा ने कहा कि वजीरपुर जैसे औद्योगिक क्षेत्र में फैक्ट्री वेस्ट और सीवेज के बावजूद ड्रेनेज में कोई अवरोध नही है और वे निर्बाध बह रहे हैं। यह सरकार की नीयत और जमीन पर हो रहे काम का साफ संकेत है।

उन्होंने स्थानीय विधायक पूनम शर्मा की मेहनत और अफसरों के साथ तालमेल के लिए उनकी सराहना करते हुए कहा कि जो नतीजे आज जमीन पर दिख रहे हैं। वो हमारे जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की मेहनत और फील्ड में लगातार मौजूदगी का नतीजा हैं।

सिरसा ने कहा कि पुनर्विकास और मानसून की तैयारी साथ-साथ चल रही है। हमारा लक्ष्य सिर्फ जलभराव रोकना नहीं, बल्कि दिल्ली के औद्योगिक क्षेत्र को भविष्य के लिए बनाना है।

मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि दिल्ली सरकार ने हाल ही में केन्द्र की ईज-ऑफ-डूइंग बिजनेस नीति के तहत एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। जिसमें सभी औद्योगिक क्षेत्र के पुनर्विकास के लिए रियायत को फिर से लागू किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि यह निर्णय उद्योगपतियों की पुरानी मांगों के आधार पर लिया गया है। नरेला व बवाना इस मॉडल की सफलता से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि इस पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत एजेंसियां औद्योगिक इलाकों के रख-रखाव और बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी लेंगी।

उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि शहर का हर इलाका मानसून में भी सक्रिय और सुरक्षित बना रहे और औद्योगिक क्षेत्र साफ, व्यवस्थित और विकास की राह में आगे बढ़ें।

इस अवसर पर स्थानीय विधायक पूनम शर्मा और उद्योग विभाग व डीएसआईआईडीसी के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी