राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति प्रगतिशील और भविष्योन्मुखी दस्तावेज़ : प्रो. बंसल
धर्मशाला, 24 जून (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएचपी) के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने नोएडा स्थित एमिटी विश्वविद्यालय में आयोजित भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIU) की 99वीं वार्षिक बैठक और राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया। यह सम्मेलन
एआईयू के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुलपति।


धर्मशाला, 24 जून (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएचपी) के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने नोएडा स्थित एमिटी विश्वविद्यालय में आयोजित भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIU) की 99वीं वार्षिक बैठक और राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया। यह सम्मेलन भविष्य की उच्च शिक्षा की परिकल्पना : भारत की महत्वपूर्ण भूमिका विषय पर केंद्रित रहा, जिसका उद्घाटन भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया।

कार्यक्रम में देशभर से 400 से अधिक कुलपति शामिल हुए और भारत की उच्च शिक्षा प्रणाली के भविष्य को लेकर विचार साझा किए। इस ऐतिहासिक आयोजन के माध्यम से AIU की राष्ट्र के प्रति 100 वर्षों की सेवा को रेखांकित किया गया।

इस अवसर पर प्रो. बंसल ने कहा, यह शैक्षणिक उत्कृष्टता, दूरदृष्टि और नेतृत्व का गौरवपूर्ण क्षण है। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में अग्रणी रहा है और A+ ग्रेड प्राप्त करना इसी समर्पण का परिणाम है।

उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्रगतिशील और समावेशी दृष्टिकोण वाला दस्तावेज बताया और कहा कि इसकी प्रभावी क्रियान्वयन प्रक्रिया में शिक्षा की गुणवत्ता को समग्र रूप में देखा जाना आवश्यक है।

प्रो. बंसल ने कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य आत्मनिर्भर और एकात्म मानवतावाद से प्रेरित 'बेस्ट माइंड्स' तैयार करना है। उन्होंने यह भी साझा किया कि सीयूएचपी को इंडियन इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क 2025 में देश के सभी सरकारी विश्वविद्यालयों में आठवां स्थान प्राप्त हुआ है, जो विश्वविद्यालय के लिए एक और ऐतिहासिक उपलब्धि है।

हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया