जल जीवन जमीन सुरक्षित करने को गाय पालन आवश्यक: रमाकांत उपाध्याय
प्रयागराज, 24 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में जब से योगी सरकार आयी है गौ वंशीय का संरक्षण किया जा रहा है। कोरोना काल में एक भी गौ सेवक की मौत नहीं हुई। गौ पालन करके कई रोगों को दूर किया जा सकता है। जल जीवन जमीन को सुरक्षित करने के लिए गो पालन अब आवश्यक
प्रयागराज में मीडिया से वार्ता करते हुए गो सेवा आयोग के सदस्य रमाकान्त एवं अन्य पदाधिकारियों का छाया चित्र


प्रयागराज में मीडिया से वार्ता करते हुए गो सेवा आयोग के सदस्य रमाकान्त एवं अन्य पदाधिकारियों का छाया चित्र


प्रयागराज, 24 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में जब से योगी सरकार आयी है गौ वंशीय का संरक्षण किया जा रहा है। कोरोना काल में एक भी गौ सेवक की मौत नहीं हुई। गौ पालन करके कई रोगों को दूर किया जा सकता है। जल जीवन जमीन को सुरक्षित करने के लिए गो पालन अब आवश्यक हो गया है। यह बात मंगलवार को कई जिलों के गौशालाओं का निरीक्षण करते हुए प्रयागराज सर्किट हाउस में पहुंचे उप्र गो—सेवा आयोग के सदस्य रमाकान्त उपाध्याय ने दी।

उन्होंने बताया कि पूरे की गौशालाओं में उनकी देखरेख की जा रही है। बारिश शुरू होने के बाद गौशालाओं की व्यवस्थाओं को परखने के लिए लखनऊ से प्रयागराज के रास्ते में स्थित सभी जनपदों का निरीक्षण करते हुए प्रयागराज पहुंचा हूं। सरकार गौ शालाओं को स्वावलंबी बनाने का प्रयास सरकार कर रही है। इसी अभियान के तहत गाय के गोबर से विभिन्न उत्पाद तैयार कराने एवं गाय के दूध एवं गौमूत्र से तैयार होने वाली दवाओं का उत्पादन शुरू करने वाली है। कुछ स्वयंसेवी संस्थाएं इस क्षेत्र में कार्य शुरू कर दिया है।

उन्होंने किसान भाइयों से अपील किया है कि जिस दिन से किसान डाई व यूरिया डालना छोड़ देंगे, उसके स्थान पर गाय के गोबर से तैयार देशी खाद का प्रयोग करेंगे, उसके बाद से भूमि को उपजाऊ बनाने वाले जीव पुन: आ जाएंगे और शुद्ध अन्न के उत्पादन से बीमारियों में जाने वाला पैसा अपने आप रुक जाएगा और किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। किसानों एवं पशुपालकों को सरकार गोबर से तैयार होने वाली गैस टैंक बनवाने के लिए सहयोग कर रही है। जिससे एक परिवार के पांच सदस्यों का भोजन पककर तैयार हो जाएगा। सरकार जो पैसा डीएपी और यूरिया के लिए सब्सिडी दे रही है। वह अपने आप बचने लगेगा।

उन्होंने कहा कि जहर युक्त भोजन से बचने के लिए अब गाय आधारित खेती करना अब आवश्यक हो गया है। सरकार लगातार प्रयास कर रही है। ऋषि मुनियों ने गाय को जीवन दाता बताया है, इसकी पुष्टि वैज्ञानिक भी कर चुके है। सभी प्रकार के रोगों के समाधान के लिए गौ माता का संरक्षण सभी को करना होगा।

प्रदेश के सभी गौशालाओं में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहें है। जिससे गौ वंशीय की देखरेख में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दिया जाएगा। जहां भी जांच के दौरान खामिया पाई जा रही है, उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। निराश्रित गायों को पालने के लिए प्रत्येक गाय के आहार हेतु पचास रूपए प्रतिदिन के हिसाब से दे रही है। गायों को दिए जाने वाले चोकर की क्वालिटी भी चेक की जा रही है। इसके साथ ही गौशालाओं के संबंध में विभिन्न जानकारी दी।

इस दौरान उन्होंने गोबर से निर्मित गणेश प्रतिमा को भी दिखाया। प्रयागराज में गोबर के उत्पाद तैयार कर रही आभा सिंह तथा गौ मूत्र, एवं दूध से दवाओं को तैयार कर रहे दिनेश मिश्र, गुड़िया सिंह, पवन पाण्डेय, हरिशंकर और अवधेश भी उपस्थित रहे। इसके साथ ही गोसेवा आयोग से जुड़े पदाधिकारी और पशुपालन विभाग के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.शिवनाथ यादव और डीडी भी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / रामबहादुर पाल