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नई दिल्ली, 21 जून (हि.स.)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने वर्ष 2020 से मकोका मामले में फरार चल रहे अपराधी सूरज उर्फ माइकल को गिरफ्तार किया है। सूरज को दिसंबर 2024 में अदालत द्वारा भगोड़ा घोषित किया गया था।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी आदित्य गौतम ने बताया कि 32 वर्षीय सूरज दक्षिण दिल्ली के मदनगीर इलाके का रहने वाला है और 'ठक-ठक गैंग' का सक्रिय सदस्य रहा है। यह गैंग दिल्ली और आसपास के इलाकों में लूट, चोरी, स्नैचिंग, वाहन चोरी और अवैध हथियार रखने जैसे गंभीर अपराधों को अंजाम देता रहा है। जांच में पता चला है कि सूरज पर करीब 30 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
डीसीपी के अनुसर वर्ष 2020 में थाना अंबेडकर नगर में मकोका के प्रावधानों के तहत सूरज और उसके साथी तथा गैंग लीडर पी. सिल्वा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस गैंग पर संगठित रूप से आर्थिक लाभ के लिए अपराध करने, स्नैचिंग व हथियारबंद लूट जैसी वारदातों को अंजाम देने का आरोप था। जांच के दौरान अधिकतर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन सूरज फरार हो गया। अदालत ने उसे 2024 में भगोड़ा घोषित कर दिया।इधर, क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूचना और तकनीकी निगरानी के जरिए सूरज की गतिविधियों पर नजर रखी। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि आरोपित इंदरपुरी के पास छुपा हुआ है। सूचना को पुख्ता कर पुलिस टीम ने आरोपित को दबोचा।गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में सूरज ने स्वीकार किया कि वह 2013 से ठक-ठक गैंग का हिस्सा है और गैंग लीडर पी. सिल्वा का करीबी रहा है। लगभग 10 वर्ष पूर्व एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद उसने आपराधिक गतिविधियां नहीं छोड़ीं। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह अंबेडकर नगर छोड़कर इंदरपुरी में छिपकर रह रहा था और वहीं से आपराधिक नेटवर्क संचालित कर रहा था।
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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी