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- राम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा-2 का भव्य आयोजन मंगलवार से, तैयारियां पूरी
अयोध्या, 2 जून (हि.स.)। श्री राम जन्मभूमि मंदिर में द्वितीय प्राण प्रतिष्ठा का भव्य अनुष्ठान मंगलवार से शुरू हो रहा है। अनुष्ठान का शुभारंभ आज शाम सरयू तट से शुरू होने वाली भव्य कलश यात्रा के साथ आरंभ हुआ। यह यात्रा वीणा चौक, रामपथ, सिंगारहाट और रंगमहल बैरियर से होते हुए राम जन्मभूमि मंदिर परिसर पहुंची। इस ऐतिहासिक अवसर पर राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना सहित परकोटे में स्थित छह अन्य मंदिरों में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। यह समारोह 5 जून को गंगा दशहरा के शुभ अवसर पर अपने चरम पर पहुंचेगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस आयोजन के लिए व्यापक तैयारियां पूरी कर ली हैं, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई वीवीआईपी शामिल होंगे।
प्राण प्रतिष्ठा के तहत 3 और 4 जून को सुबह 6:30 बजे से 12 घंटे तक पूजा-अनुष्ठान होंगे, जिसमें 1975 मंत्रों के साथ अग्नि देवता को आहुति दी जाएगी। इसके साथ ही रामरक्षा स्तोत्र, हनुमान चालीसा और अन्य भक्ति भजनों का पाठ किया जाएगा।
मुख्य समारोह 5 जून को होगा, जिसमें राम दरबार (श्रीराम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान) की प्राण प्रतिष्ठा के साथ-साथ छह अन्य मंदिरों में देव प्रतिमाओं की स्थापना होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस समारोह में चार प्रमुख कार्यक्रमों में शामिल होंगे। वह प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य अनुष्ठान के अलावा मां सरयू त्रयोदशी जन्मोत्सव, ट्रस्ट अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के जन्मोत्सव और विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि इस बार उन संतों और गृहस्थों को आमंत्रित किया गया है, जो पिछले वर्ष 22 जनवरी 2024 को हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हो सके थे।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि राम मंदिर और हनुमानगढ़ी में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। जगह-जगह छाया की व्यवस्था की गई है। पेयजल व शौचालय के भी इंतजाम किए गए हैं।जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि गर्मी और हीट स्ट्रोक को ध्यान में रखते हुए छाया और पेयजल की व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन ने सभी अस्पतालों में 10-10 बेड विशेष रूप से आरक्षित करा दिए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध हो सके। इसके अलावा, श्रद्धालुओं के लिए मंदिर परिसर में विश्राम स्थल और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं। ओआरएस के पाउच का भी वितरण कराया गया है। मंदिर परिसर व चौकी और थानों पर भी ओआरएस के पैकेट बटवाये गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई प्राण प्रतिष्ठा के अलावा पुष्प वाटिका में पौधरोपण, ट्रस्ट अध्यक्ष के जन्मोत्सव व सरयू महोत्सव में भी शामिल होंगे।
सुरक्षा के जबरदस्त इंतजाम: एसएसपी
एसएसपी गौरव ग्रोवर ने बताया कि आगामी कार्यक्रम को लेकर डीएम के साथ कई बार स्थलीय निरीक्षण किया गया है। लगातार जारी भी है। हमारे लिए वीआईपी के अलावा सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा महत्वपूर्ण है। सभी सुरक्षा उपकरणों के साथ हमारे जवान तैनात किए जाएंगे। मंदिर हो या फिर बाहर हर जगह सुरक्षा के ज़बरदस्त इंतजाम किए गए हैं। एटीएस और एसटीएफ की टीमें भी तैनात की गई हैं ताकि समारोह निर्विघ्न संपन्न हो।
पहली वर्षगांठ पर जुटे थे बड़ी संख्या में श्रद्धालु
11 जनवरी 2025 को प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के अवसर पर भी तीन दिवसीय उत्सव का आयोजन किया गया था, जिसमें देशभर से लाखों श्रद्धालु शामिल हुए थे। इस बार भी भव्य आयोजन में भारी भीड़ की उम्मीद है। अयोध्या में उत्सव का माहौल है। राम भक्तों में इस समारोह को लेकर विशेष उत्साह देखा जा रहा है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं, ताकि यह आयोजन ऐतिहासिक और यादगार बन सके।
कलश यात्रा की आभा से दमकी अयोध्या नगरी
विधिवत पूजनोपरांत पुण्य सलिला के तट से सरयू जलकलश लेकर श्रीराम मन्दिर यज्ञशाला के लिए निकली पीतवसना महिलाओं की आभा से आज अयोध्या नगरी दमक उठी। लगभग आधा किलोमीटर लंबी सनातनी नारियों की कतार और समयानुकूल भजनों की सुमधुर स्वरलहरी से पूरा वातावरण भक्तिरस से तरंगित हो उठा। ट्रस्टी और मुख्य यजमान डॉ अनिल मिश्र सपत्नीक कलश लेकर चले। तट से यज्ञशाला तक श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय स्वयं भी पैदल चलकर व्यवस्था देखते रहे।
यज्ञशाला में प्रायश्चित कर्म पूजा सम्पन्न होने के बाद नये घाट पर लगभग आधा घंटा सरयू पूजा हुई। इसमें महामंत्री चम्पत राय, ट्रस्टी अनिल मिश्रा, कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि, शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती, युगपुरुष परमानन्द जी महाराज,सर्वेश्वरदास वैष्णव आदि ने पूजा सम्पन्न कराई। मंगल यात्रा में सबसे आगे भजनों की स्वरलहरियां बिखेरता कलशरथ, फिर यात्रा की सूचना देता बैनर और सनातनी ध्वजाएं उसके पीछे दो पंक्तियों में पीतवसना महिलाएं सिर पर ऊं एवं स्वस्तिक अंकित जलकलश (आम्र पल्लव व नारियल सहित) लिए चल रही थीं। आधा किलोमीटर लंबी यात्रा का कई स्थानों पर स्वागत अभिनन्दन किया गया। विश्व हिन्दू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े परिवारों ने इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। वीणा चौक, श्रृंगार हाट, राम पथ, हनुमान गढ़ी, दशरथ महल, रामकोट एवं रंगमहल बैरियर होते हुए मन्दिर परिसर में प्रवेश से पहले सभी ने अनुशासन पूर्वक अपने मोबाइल फोन जमा करा दिए। सभी के लिए ट्रस्ट की ओर से ग्लूकोज तथा शीतल शरबत की व्यवस्था की गई थी। आयोजन में वीरेंद्र वर्मा, शैलेन्द्र शुक्ल, धीरेश्वर वर्मा, राजीव पाठक, डॉ चंद्र गोपाल पाण्डेय, सूरज पाण्डेय, आदि ने सहयोग दिया।
हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय