नारनौलः मोबाइल वाटर टेस्टिंग लैब को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
मोबाइल लैब को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते विभागीय अधिकारी।


नारनाैल, 2 जून (हि.स.)। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के उपमंडल अभियंता जसवीर सिंह ने सोमवार को मोबाइल वाटर टेस्टिंग वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर उपमंडल अभियंता ने मोबाइल लैब का निरीक्षण किया तथा जल नमूनों की जांच की प्रक्रिया की जानकारी भी प्राप्त की।

उपमंडल अभियंता जसवीर सिंह ने बताया कि हमारे जीवन में पानी का विशेष महत्व है इसलिए इसकी गुणवत्ता अत्यंत महत्वपूर्ण है। जल जीवन मिशन एवं जल शक्ति अभियान के माध्यम से शासन एवं प्रशासन द्वारा आमजन को यही संदेश निरंतर दिया जा रहा है।

मोबाइल लैब इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। लैब केमिस्ट सुधीर चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि मोबाइल वाटर टेस्टिंग लैब एक आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित चलायमान प्रयोगशाला है जिससे मौके पर ही जल की गुणवत्ता की जांच की जा सकती है। यह लैब दूर.दराज एवं दूरस्थ क्षेत्रों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होती है। साथ ही महामारी या आपातकालीन परिस्थितियों में इसे किसी भी गांव में अस्थायी स्टेशनरी लैब के रूप में भी स्थापित किया जा सकता है।

उन्होंने बताया कि इस मोबाइल लैब का मुख्य उद्देश्य आमजन को पीने के पानी की गुणवत्ता के प्रति जागरूक करना है। साथ ही जल संरक्षण का संदेश भी इस अभियान के माध्यम से दिया जाएगा। लैब सहायक उज्ज्वल कुमार ने बताया कि यह मोबाइल लैब गांव-गांव जाकर जल के कुल नो मानकों की रासायनिक जांच करेगी। इनमें प्रमुख रूप से टीडीएस, पीएच, आयरन, हार्डनेस, फ्लोराइड, नाइट्रेट, सल्फेट एवं जिंक की जांच की जाएगी। यह लैब जिले के लगभग 500 जल स्रोतों की जांच करेगी। इससे पूर्व यह लैब पलवल और रेवाड़ी जिलों में भी कार्य कर चुकी है। इस मौके पर बीआरसी इन्द्रजीत, बीआरसी मोहित कुमार एवं लैब स्टाफ अरविंद आदि मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्याम सुंदर शुक्ला