नाबालिग पुत्री की हत्या के आरोप में मां और प्रेमी गिरफ्तार
नाबालिग पुत्री की हत्या के आरोप में मां और प्रेमी गिरफ्तार


जयपुर, 2 जून (हि.स.)। मुहाना थाना पुलिस ने दस वर्षीय नाबालिग बच्ची की हत्या का पर्दाफाश करते हुए आरोपी मां और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है। आरोपी मॉ ने आए दिन के झगड़े से परेशान होकर अपने प्रेमी के साथ मिलकर 10 वर्षीय बच्ची का का गला दबा कर उसे मौत के घाट उतार दिया और शव को प्लास्टिक के कट्टे में रख कर अपने गांव भवंरगढ़ जैतपुरा ले गए। जहां पर आरोपियों ने शव को अलमारी में छुपाकर रख दिया। लेकिन अलमारी में से दुर्गन्ध आने पर हत्या का पर्दाफाश हो गया। सूचना पर मौके पर पहुंची भंवरगढ़ थाना पुलिस ने नाबालिग की हत्या के मामले में मुकदमा दर्ज कर जीरो नंबर की एफआईआर मुहाना थाना पुलिस के सुपुर्द कर दी। पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो आरोपियों ने बच्ची की हत्या करना कबूल कर लिया।

जयपुर दक्षिण दिगंत आनन्द ने बताया कि 31 मई को मुहाना इलाके में किराए से रहने वाले महावीर प्रसाद बैरवा (39) पुत्र जयराम जैतपुरा भंवरगढ़ जिला बारां निवासी ने रोशन बैरवा (28) पत्नी महावीर प्रसाद के साथ मिलकर अपनी नाबालिग बेटी इशिका (10) से जमकर मारपीट की और उसका गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया। जिसके पश्चात दोनो ने उसके शव को प्लास्टिक के कट्टे में रखकर अपने गांव जैतपुरा ले गए और शव को अलमारी में छुपा कर रख दिया।

लीव-इन –रिलेशन शीप में रह रहीं थी रोशनी बैरवा

पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि मृतका की माँ रोशन बैरवा पिछले सात माह से आरोपी महावरी प्रसाद के साथ लीव-इन-रिलेशन के कागजात तैयार कर उसके साथ अनिता कॉलोनी, रामपुरा रोड़, सांगानेर में किराए के मकान में रह रहीं थी। रोशन बैरवा के पूर्व पति रविंद्र कुमार बैरवा से दो लड़कियां नेही व मृतका इशीका हुई। रोशन बैरवा ने नेही को अपने पति रविंद्र के ने पास छोड़ रखा था और इशीका को अपने साथ लेकर महावीर प्रसाद के साथ रहने लगी। आरोपी महावीर प्रसाद दूसरे पति की पुत्री होने के कारण इशिका से नाराज रहता था। बताया जा रहा है कि आरोपी महावीर प्रसाद की पहले वाली पत्नी गीता देवी से एक पुत्र नवीन (10) था। जो महावीर प्रसाद और रोशन बैरवा के साथ ही रहता था। दोनो बच्चों की देखभाल को लेकर रोशन बैरवा और महावीर प्रसाद में आए दिन झगड़ा होता रहता था। आए दिन के झगड़ों से परेशान होकर महावीर प्रसाद और रोशन बैरवा ने इशीता को रास्ते से हटाने की प्लानिंग की और मारपीट कर उसका गला दबा कर उसकी हत्या कर दी। नाबालिग की हत्या करने के बाद दोनो ने प्लास्टिक के कट्टे में शव को रखकर अपने गांव जैतपुरा ले गए और वहां पर अलमारी में शव को छुपाकर रख दिया।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश