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देहरादून, 4 जून (हि.स.)। एसटीएफ ने 2024 में दर्ज एक साइबर ठगी के मामले की जांच शुरू की, जांच में सामने आया कि उत्तराखंड ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी गिरोह सक्रिय है और उत्तराखंड में भी गिरोह ने जाल बिछा रखा रखा है। पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार किया है, जो साइबर ठग गिरोह का सदस्य है।
एटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह ने आज मीडिया को इसकी जानकारी दी। बताया कि फर्जी महिला डॉक्टर के दस्तावेज तैयार कर फेस बुक पर फ्रेंड बनाकर ठगी का खेल शुरू किया जाता था। उन्होंने बताया कि देहरादून के एक व्यक्ति ने माह दिसंबर में मामला दर्ज कराया। बताया कि माह नवंबर 2024 में सोशल मीडिया पर फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली जो महिला डॉ. लवेत गिब्सन के नाम से थी। उसने स्वयं को आईजीआई एयरपोर्ट का कस्टम ऑफिसर बताने के साथ ही वित्त मंत्रालय से जुड़ा बताया। सरकारी एजेंसियों नाम पर उससे 50 लाख की ठगी की गई है।
प्रकरण के निस्तारण के लिए प्रवेक्षण पुलिस उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा मिश्रा व विवेचना निरीक्षक साइबर क्राइम विकास भारद्वाज को सौंपी गई। साईबर क्राइम पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बैंक खातों, रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर, व्हाट्सअप की जानकारी जुटाई। जानकारी मिली कि साइबर अपराधियो ने घटना में पीड़ित से कस्टम ऑफिसर अन्य सरकारी कर्मचारियों का प्रतिरूपण कर के नाम पर विभिन्न बैंक खातों में धनराशि स्थानान्तरित करवाई।
विवेचना के दौरान साईबर थाना पुलिस टीम द्वारा अभियोग में प्रकाश में आए बैंक खातों और मोबाइल नम्बरों का सत्यापन किया गया । पुलिस टीम ने तकनीकी, डिजिटल साक्ष्य एकत्र कर घटना के मास्टर मांइड व मुख्य आरोपी ओम शर्मा पुत्र राजकुमार शर्मा निवासी राम पार्क, पुलिस स्टेशन लोनी, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश की पहचान हुई। आरोपित ने बैंको खाता प्रयोग कर पीड़ित से भावनात्मक ब्लैकमेल कर कुल 50 लाख रूपये धोखाधड़ी से स्थानान्तरित करवााये गये को चिन्ह्ति करते हुये अभियुक्त की तलाश जारी की। साक्ष्य एकत्रित कर अभियोग में प्रकाश में आये अभियुक्त ओम शर्मा पुत्र राजकुमार शर्मा को पुलिस स्टेशन न्यू उस्मानपुर दिल्ली से गिरफ्तार किया गया । तलाशी में अभियुक्त से घटना में प्रयुक्त एक अदद मोबाइल बरामद हुआ।
प्रारम्भिक पूछताछ में आरोपित ने साइबर अपराध में जिन बैंक खातों को बेचा, उसमें मात्र 2-4 माह में ही लाखों रूपयों का लेन-देन होना प्रकाश में आया है। जांच में में यह भी सामने आया कि आरोपित के बैंक खाते के विरुद्ध देश के कई राज्यों में कुल 4 साइबर अपराध कश्मीर, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र व गुजरात में दर्ज हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pokhriyal