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बीकानेर, 2 जून (हि.स.)। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा साेमवार तृतीय दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में उप मुख्यमंत्री व उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री राजस्थान सरकार डॉ. प्रेमचन्द बैरवा, केन्द्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल माैजूद थे वहीं अध्यक्ष, राजस्थान विधानसभा वासुदेव देवनानी ने दीक्षान्त व्याख्यान प्रदान किया।
राज्यपाल बागडे ने विद्यार्थियों को डिग्रियां और स्वर्ण पदक प्रदान किए एवं दीक्षांत समारोह के सफल आयोजन के लिए विश्वविद्यालय और सभी छात्र -छात्राओं को बधाई व उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं प्रदान की।
उन्हाेंने कहा कि दीक्षांत शिक्षा का अंत नहीं बल्कि वह पड़ाव है जब अर्जित ज्ञान का उपयोग विद्यार्थी समाज और राष्ट्र के उत्थान के लिए करने के लिए संकल्पबद्ध होते हैं। भारतीय ज्ञान के आलोक में विश्वविद्यालय अपना विकास करे। शिक्षा वह माध्यम है जिससे हम अपने आपको ही नहीं दुनिया को बदल सकते हैं। देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति इसी उद्देश्य से लागू की गयी है कि इसमें प्राचीन भारतीय ज्ञान के साथ आधुनिक दृष्टि का समावेश करते हुए राष्ट्र को फिर से विश्ववगुरू बनाने की संकल्पना है। तकनीकी शिक्षा का उद्देश्य छात्रों में निहित अद्वितीय क्षमताओं को पहचानते हुए उन्हें भविष्य के अवसरों के लिए तैयार करना है। इसके लिए शिक्षा के सभी स्तरों पर प्राद्योगिकी का सही रूप में एकीकरण कर उसका उपयोग सुनिश्चित करना भी आज सबसे अधिक आवश्यक है। साथ यह भी सुनिश्चित किया जाए कि तकनीकी विकास विनाशकारी न होकर रचनात्मक हो। जो भारतीय परंपरा, संस्कृति और समाज से जुड़ा हो। राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त कि विश्वविद्यालय ने अकादमिक क्षेत्र में निरंतर सुधार करते हुए कई नवीन पाठ्यक्रम शुरू किए हैं। इससे विद्यार्थियों को रोजगार के अधिकाधिक अवसर मिल सकेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी राज्यपाल के रूप में यह सर्वोच्च प्राथमिकता रही है कि प्रदेश में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा में गुणात्मक वृद्धि हो। इसी आलोक में सभी विश्वविद्यालयों के नैक एक्रिडिऐशन के साथ उनके गुणात्मक मूल्यांकन को प्राथमिकता दी गयी है। तकनीकी शिक्षा में विश्वभर में नित्य नए जो परिवर्तन हो रहे हैं—उनसे आप जुड़े रहें। प्रयास करें कि सीखे हुए ज्ञान का व्यावहारिक उपयोग राष्ट्र की समृद्धि संपन्नता में हो।उप मुख्यमंत्री व उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमचन्द बैरवा ने अपने सम्बोधन में कहा कि दीक्षांत समारोह का यह अवसर विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत, समर्पण और अनुशासन का परिणाम है। यह विद्यार्थियों के जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ है। जहां से वे ज्ञान से कर्म की ओर अग्रसर होंगे। हमारा उद्देश्य केवल डिग्रियाँ देना नहीं बल्कि विद्यार्थियों को भविष्य की तकनीकों में दक्ष बनाना है। राज्य सरकार यह भली-भांति समझती है कि तकनीकी शिक्षा ही किसी भी राज्य एवं समाज के आर्थिक और सामाजिक विकास की रीढ़ होती है। इसी दिशा में, सरकार ने राजस्थान के इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेजों का उन्नयन के लिए कई महत्त्वपूर्ण कदम उठाए हैं, फलस्वरूप विद्यार्थियों को राज्य में ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के ज्यादा अवसर प्राप्त हो सकेंगे।
केन्द्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि यह केवल एक समारोह नहीं, बल्कि आपके सपनों के साकार होने का दिन है। यह दिन उस परिश्रम, उस समर्पण और उस आत्मबल का उत्सव है जिसे आपने इन वर्षों में अर्जित किया है। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय ने अल्प समय में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहचान बनाई है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि डिग्री सिर्फ एक प्रमाणपत्र नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है-समाज के प्रति, देश के प्रति और स्वयं के प्रति। आप जहाँ भी जाएं, अपने मूल्यों, संस्कृति और संवेदनशीलता को कभी न भूलें। केवल नौकरी पाने वाला नहीं, बल्कि अवसर देने वाला बनें। केवल उपभोक्ता नहीं, बल्कि नवोन्मेषी बनें।
राजस्थान विधानसभा वासुदेव देवनानी ने कहा कि बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय पश्चिमी राजस्थान के युवाओं और मरुप्रदेश के विद्यार्थियों को तकनीकी शिक्षा में सुलभ अवसर प्रदान करने के साथ सार्थक तकनीकी शिक्षा उच्च गुणवत्तापूर्ण इंजीनियरिंग व प्रबंधन के अध्ययन और शोध का अनुपम अवसर प्रदान कर रहा है। साथ ही राजस्थान प्रदेश में तकनीकी शिक्षा के व्यापक प्रचार प्रसार, विद्यार्थियों के कौशल विकास और सर्वश्रेष्ठ अकादमिक दक्षता के निर्माण के साथ तकनीकी शिक्षा के सर्वांगीण विकास की संकल्पना को निरंतर सरकार कर रहा है।
कुलगुरु प्रो. अखिल रंजन गर्ग ने दीक्षांत समारोह में राज्यपाल एवं सभी अतिथियों के आगमन एवं सानिध्य के लिए विश्वविद्यालय परिवार के ओर से आभार प्रकट किया और उन्होंने विश्वविद्यालय का विस्तृत प्रगति विवरण प्रस्तुत किया।
कुलसचिव रचना भाटिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया। समारोह में विधायक जेठानंद व्यास, विधायक ताराचंद सारस्वत, विधायक विश्वनाथ मेघवाल, जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि और पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सागर सहित आमंत्रित अतिथि भी उपस्थित थे। समारोह के दौरान बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी की 3014, बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर की 1, बैचलर ऑफ डिजाइन की 8, डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की 9, मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की 735, मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन की 223, मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी की 90 सहित कुल 4080 डिग्रियों एवं 27 स्वर्ण पदक का वितरण किया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव