एंटी करप्शन ने दो लाख की रिश्वत लेते जीडीए सुपरवाइजर को रंगे हाथों दबोचा
आरोपी सुपर वाइजर


गाजियाबाद, 02 जून (हि.स.)।

मेरठ की एंटी करप्शन टीम ने सोमवार को जीडीए सुपरवाइजर को दो लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। जबकि अवर अभियंता चकमा देकर मौके से फरार हो गया।

प्रवर्तन जोन के अंतर्गत सुराना गांव निवासी सुरेंद्र कुमार बालाजी वाले और एडवोकेट महावीर सिंह की शिकायत पर यह करवाई हुई।

दरअसल आरोपित सुपरवाइजर द्वारा पाइप लाइन मार्ग पर बिना नक्शा पास किए निर्माण के लिए रिश्वत मांगी गई थी।मुरादनगर में एंटी करप्शन टीम ने गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) के सुपरवाइजर को दो लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इस दौरान जूनियर इंजीनियर मौके से फरार हो गया।सुपरवाइजर राजकुमार को पकड़ लिया।

सुराना गांव निवासी सुरेंद्र और महावीर सिंह रावली मार्ग पर चुंगी नंबर तीन के पास एक ऑफिस का निर्माण करवा रहे हैं। आरोप है कि जीडीए का जेई बिना नक्शा स्वीकृत किए निर्माण कार्य के लिए उनसे रिश्वत मांग रहा था। इस कार्यवाही से जीडीए अधिकारियों में हड़कम्प मचा है । महावीर यादव ने बताया कि रिश्वत मांगने की शिकायत उन्होंने मेरठ एंटी करप्शन टीम से की थी। जीडीए के सुपरवाइजर व जेई को पकड़ने के लिए एंटी करप्शन टीम ने अपना जाल बिछाया। रिश्वत के रुपये लेने के लिए जैसे ही सुपरवाइजर राजकुमार एवं जेई पहुंचा और पैसे लेने लगा, मौके पर खड़ी एंटी करप्शन टीम ने उसको दबोच लिया। मौका पाकर जेई मौके से फरार हो गया।

एंटी करप्शन टीम ने पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। इस मौके पर एंटी करप्शन टीम के डिप्टी एसपी इरफान नासिर खान एंटी करप्शन के नेतृत्व में टीम प्रभारी दुर्गेश कुमार, निरीक्षक मयंक अरोड़ा, निरीक्षक कैलाश सिंह, निरीक्षक कृष्ण अवतार, उप निरीक्षक राहुल देव तोमर, उप निरीक्षक कृष्ण पाल, उप निरीक्षक जसवीर सिंह केपी यादव उपस्थित थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / फरमान अली