श्रीदेव सुमन विवि के दूसरा परिसर चंद्रबदनी नैखरी में एक जुलाई से होगा शुरू
नई टिहरी, 19 जून (हि.स.) । देवप्रयाग विधानसभा के अंतर्गत राजकीय महाविद्यालय चंद्रबदनी (नैखरी) श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के परिसर के रूप में आगामी 1 जुलाई से अस्तित्व में आ जाएगा। इसके साथ ही विवि का ऋषिकेश के बाद नैखरी दूसरा कैंपस होगा। महाविद्यालय
श्रीदेव सुमन विवि के दूसरा परिसर चंद्रबदनी नैखरी में एक जुलाई से होगा शुरू


नई टिहरी, 19 जून (हि.स.) । देवप्रयाग विधानसभा के अंतर्गत राजकीय महाविद्यालय चंद्रबदनी (नैखरी) श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के परिसर के रूप में आगामी 1 जुलाई से अस्तित्व में आ जाएगा। इसके साथ ही विवि का ऋषिकेश के बाद नैखरी दूसरा कैंपस होगा। महाविद्यालय के परिसर में विलय होने से छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा।

देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने इसके लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी व उच्च शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत का आभार जताया है।

श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति प्रो. एनके जोशी ने बताया कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विवि ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय को और सशक्त बनाने के उद्देश्य से राजकीय महाविद्यालय चंद्रबदनी (नैखरी) को विवि परिसर में बदलने का निर्णय लिया गया है। बताया कि बीती 17 जून को हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया। 1 जुलाई से नैखरी महाविद्यालय अब श्रीदेव सुमन विवि के परिसर के नाम से जाना जाएगा।

कुलपति जोशी ने बताया कि चंद्रबदनी (नैखरी) का विश्वविद्यालय परिसर में विलय होने से छात्रों के लिए नए क्षितिज खुलेंगे। उन्होंने इस पहल को उच्च शिक्षा में ऐतिहासिक कदम बताया है। प्रो. जोशी ने कहा कि इस महत्वपूर्ण बदलाव से विश्वविद्यालय अपने शैक्षिक और प्रशासनिक कार्यों को और अधिक कुशलता से संचालित कर पाएगा। यह सरकार की उच्च शिक्षा को सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता का भी एक अहम कदम है। इस निर्णय से क्षेत्र में शिक्षा के नए अवसर खुलेंगे और स्थानीय युवाओं को इसका सीधा लाभ मिलेगा।

उच्च शिक्षा के क्षेत्र में यह मील का पत्थर साबित होगा। यह कदम विवि को क्षेत्रीय स्तर पर और मजबूती देगी। चंद्रबदनी महाविद्यालय के विश्वविद्यालय परिसर बनने से छात्रों को बेहतर शैक्षिक सुविधाएं मिलेंगी और अनुसंधान सहित नवाचार को भी बढ़ावा मिलेगा। यह उच्च शिक्षा तक पहुंच को आसान बनाने और क्षेत्र में शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने में मदद करेगा।

इधर, क्षेत्रीय विधायक विनोद कंडारी ने सीएम पुष्कर सिंह धामी, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का आभार जताया है। कहा कि सीएम घोषणा में शामिल इस निर्णय से क्षेत्र में उच्च शिक्षा का और अधिक प्रचार-प्रसार होगा। अब जाखणीधार, देवप्रयाग ब्लॉक के छात्र-छात्रओं को उच्च शिक्षा, शोध कार्यों के लिए नई टिहरी अथवा श्रीनगर की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। उन्होंने विवि प्रशासन से परिसर की स्थापना को लेकर 1 जुलाई से पूर्व सभी जरूरी व्यवस्थाएं पूरी करने के निर्देश दिए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / प्रदीप डबराल