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भोपाल, 19 जून (हि.स.)। कांग्रेस ने देशभर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का जन्मदिन मनाया। इसी कड़ी में राजधानी भोपाल में भी अनोखे तरीके से जन्मदिवस मनाया गया। भोपाल के बोर्ड ऑफिस चौराहे पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अमित शर्मा ने समर्थकों के साथ राहुल गांधी के कटआउट (पोस्टर) को दूध से नहलाया। राहुल गांधी का इस तरह जन्मदिन मनाए जाने को लेकर प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है। खेल मंत्री विश्वास सारंग और बीजेपी के मीडिया प्रभारी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
राहुल गांधी के जन्मदिन के अवसर राजधानी भोपाल के बोर्ड ऑफिसर चौराहे पर कांग्रेस के प्रवक्ता अमित शर्मा ने समर्थकों से लिए समारोह का आयोजन किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की फोटो को बाबा साहब अम्बेडकर की प्रतिमा के नीचे रखकर उसे दही, केसर और बादाम के दूध से स्नान कराया। कांग्रेस नेता अमित शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी का जन्मदिन हमने उनका अभिषेक कर मनाया है। उनके फोटो को दूध, दही, केसर और बादाम के दूध से नहलाया है। सालों बाद ऐसा नेता पैदा हुआ है, जिनसे जातिगत जनगणना की आवाज जो निचले स्तर पर दबी थी, उसे राहुल गांधी ने उठाया। सवर्ण, अनुसूचित जाति, ओबीसी के गरीब व्यक्ति की आबाज को राहुल गांधी ने उठाया और अब सरकार जातिगत जनगणना पर मजबूर हुई है। इसलिए जन्मदिन पर केक महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि दूध, दही से स्नान कराकर मनाया है।
मंत्री सारंग ने कहा- चमचागिरी की पराकाष्ठा
पोस्टर पर दूध चढ़ाने को लेकर प्रदेश सरकार के मंत्री विश्वास सारंग ने इसे चमचागीरी की मानसिकता बताया। मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि चमचागिरी की यह पराकाष्ठा है। कांग्रेस ने बाबा साहब की प्रतिमा के नीचे इस तरह का कार्यक्रम कर बाबा साहब का अपमान किया है। उन्हाेंने कहा कि यह शर्मनाक है कि एक परिवार के महिमामंडन के लिए ऐसा किया जा रहा है। सारंग ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमेशा दलितों और आदिवासियों को नीचा दिखाने का काम किया है। बाबा साहेब अंबेडकर जब चुनाव लड़े तो नेहरू ने उन्हें हराने का षड्यंत्र किया। कांग्रेस में नेहरू परिवार ने हर समय अंबेडकर को नीचा दिखाने का काम किया।
बीजेपी मीडिया प्रभारी ने कसा तंज
बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने साेशल मीडिया एक्स पर पाेस्ट कर लिखा, कांग्रेस द्वारा दूध नहीं, किसान का सम्मान बहाया जा रहा है। जिस राहुल गांधी ने महाकुंभ में गंगा स्नान करने से परहेज किया, उनके लिए कांग्रेसियों द्वारा दुग्धाभिषेक करना न सिर्फ सनातन परंपरा का अपमान है, बल्कि देश के दुग्ध उत्पादक किसानों की मेहनत को भी पैरों तले रौंदना है। किसानों का खून बहाने वाली कांग्रेस ने भोपाल के बोर्ड ऑफिस चौराहे पर राहुल गांधी का पोस्टर रखकर जातिगत जनगणना की खुशी में दूध बहाया। जो कांग्रेसी गंगा में डुबकी लगाने से डरते हैं, वो किसानों के पसीने से नहाने में गौरव समझते हैं।
आशीष अग्रवाल ने आगे कहा, राहुल गांधी जी ये दुग्ध-स्नान असल में 'कृषक तिरस्कार' है। जिस किसान का दूध बेचकर घर चलता है, उसकी रोजी-रोटी को यूं सड़क पर बहा देना, क्या यही है कांग्रेस की संवेदनशीलता और मोहब्बत की राजनीति? राहुल गांधी के जन्मदिन पर दिखावे का नाटक नहीं, जवाबदारी की अपेक्षा थी जो कांग्रेसियों से हो न सका। दूध बहाकर कांग्रेस ने अपनी सोच, संस्कृति और संवेदनशीलता तीनों की पोल खोल दी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे