भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा 27 जून से, 8 जुलाई तक मनाया जाएगा महोत्सव
नई दिल्ली, 19 जून (हि.स.)। भगवान जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथ यात्रा 27 जून को त्यागराज नगर स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर से निकाली जाएगी। गुरुवार को मंदिर की कार्यकारिणी समिति ने बताया कि यह 58वीं रथयात्रा होगी जिसे बड़े महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा।
भगवान श्री जगन्नाथ


नई दिल्ली, 19 जून (हि.स.)। भगवान जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथ यात्रा 27 जून को त्यागराज नगर स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर से निकाली जाएगी। गुरुवार को मंदिर की कार्यकारिणी समिति ने बताया कि यह 58वीं रथयात्रा होगी जिसे बड़े महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा। इस अवधि के दौरान भगवान जगन्नाथ श्री गुंडिचा मंदिर में रहेंगे, जहां हर दिन त्यागराज नगर आवासीय कॉलोनी के पार्किंग क्षेत्र में एक रंगारंग सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा।

गरुवार को मंदिर प्रबंधन समिति ने प्रेसवार्ता में बताया कि रथ यात्रा के दिन, पवित्र विग्रहों को सुबह 11.30 बजे पहंडी बिजे नामक समारोह में बाहर निकाला जाएगा और दोपहर 1.00 बजे उन्हें रथ पर स्थापित किया जाएगा। भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ अपनी मौसी के घर, श्री गुंडिचा मंदिर में 10 दिन के प्रवास के लिए जाएंगे। इस उत्सव की खासियत यह है कि भगवान अपने भक्तों के पास आते हैं ताकि जाति, पंथ और वर्ग से परे हर कोई रथ पर सवार होकर भगवान जगन्नाथ के दर्शन कर सके।

मंदिर के उपाध्यक्ष देवानंद साहू ने बताया कि भक्तों को कम से कम असुविधा के साथ उत्सव को सुचारू रूप से मनाने के लिए व्यापक व्यवस्था की गई है। इस बार रथ अरविंदो मार्ग के किनारे आईएनए मार्केट के सामने सर्विस लेन पर अपने मूल मार्ग पर चलेगा, ताकि सड़क पर यातायात की आवाजाही में कम से कम व्यवधान हो। यह बारापुला रोड की सर्विस लेन की ओर बाएं मुड़ेगा और अंत में त्यागराज इंडोर स्टेडियम के सामने श्री जगन्नाथ मार्ग पर वापस आएगा।

मंदिर प्रबंधन समिति की तरफ से बताया गया कि शुरुआत सुबह 5:30 बजे मंगला आरती और अन्य संबंधित अनुष्ठानों के साथ होगी। सुबह 9:00 बजे रथ की पूजा (रथ प्रतिष्ठा) होगी। इसके बाद 11.30 बजे पहाडी बिजे का आयोजन होगा और दोपहर 01.00 बजे पवित्र छेरा पहरा के बाद मंदिर के संरक्षक सुधाकर महापात्र सभी को रथ से दर्शन देंगे।

मुख्य अतिथि और वीआईपी रथ पर दर्शन करेंगे। रथ को खींचने की पवित्र प्रक्रिया दोपहर 3.30 बजे शुरू होगी। दिल्ली और एनसीआर से लगभग 50 हजार भक्तों के उत्सव में भाग लेने की उम्मीद है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी