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अतिक्रमण हटाने के अभियान का दूसरा चरण, सौ से ज्यादा कच्चे-पक्के निर्माण तोड़े
जोधपुर, 19 जून (हि.स.)। शहर के उम्मेद सागर बांध में हाईकोर्ट के आदेशों के बाद आज अतिक्रमण हटाने का दूसरा चरण चलाया गया। पीएचईडी, जेडीए और नगर निगम की ओर से संयुक्त कार्रवाई की गई। हालांकि पिछली बार जिस तरह का विरोध हुआ, उसे देखते हुए आज पुलिस काफी चौकस रही। पुलिस भारी जाब्ते के साथ पहुंची। इस कारण अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शांतिपूर्वक तरीके से चली।
दरअसल वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान के तहत उम्मेद सागर के कैचमेंट क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने का काम शुरू किया गया है। इसके तहत यहां करीब सौ से ज्यादा कच्चे-पक्के निर्माण तोड़े गए हैं। जोधपुर में अतिक्रमण हटाने की यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। कार्रवाई शुरू करने से पहले पुलिस ने यहां रह रहे लोगों से घर खाली करने की मुनादी करवाई, हालांकि ज्यादातर लोग यहां से पहले ही जा चुके थे। कुछ लोग अपना सामान समेटते नजर आए।
एडीसीपी सुनील पंवार ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए दस स्थानों की पुलिस और अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया है। मौके पर तीन एसीपी, दस एसएचओ सहित करीब तीन सौ पुलिसकर्मियों का जाब्ता लगाया गया है। इसके अलावा आरएसी का अतिरिक्त जाब्ता भी लगाया गया है। मौके पर कार्रवाई की वीडियो रिकॉर्डिंग भी करवाई गई है।यह कार्रवाई दिन भर चली। उन्होंने बताया कि कार्रवाई के लिए एक दर्जन जेसीबी मशीनें और ट्रक लगाए गए।
गत नौ जून को नगरनिगम और पुलिस की टीम यहां अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची थी। उस दौरान यहां रहने वाले लोगों ने पुलिस और अतिक्रमण निरोधक दस्ते पर पथरराव किया था। इसमें कई लोग चोटिल हो गए थे। इस पर अतिक्रमण निरोधक दस्ते को बैकफुट पर आना पड़ा था। इसके बाद उसी दिन पुलिस टीम में वापस जुटी और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। अतिक्रमणकारियों को हटाने के लिए पुलिस को हवाई फायर भी करने पड़े थे। पुलिस ने पथराव करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ मामले दर्ज किए।
उम्मेद सागर कैचमेंट एरिया में लोगों ने कई साल से अतिक्रमण कर रखा था। डिस्कॉम ने यहां पांच साल में खंभे गाडक़र घरों में कनेक्शन भी दे दिए। सरकारों ने यहां सुविधाएं बढ़ाते हुए कई विकास कार्य कर दिए। जनप्रतिनिधियों ने इनके उद्घाटन कर दिए। अब हाईकोर्ट ने बांध के कैचमेंट एरिया को लेकर गंभीरता दिखाते हुए हटाने के आदेश दे दिए, जिसके चलते यह कार्रवाई की जा रही है। यहां पर लोगों ने अपने अपने धार्मिक स्थल बना लिए।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश