नशा मुक्त भारत अभियान के तहत कोकराझार में मादक द्रव्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
कोकराझार (असम), 19 जून (हि.स.)। कोकराझार जिला समाज कल्याण विभाग कार्यालय द्वारा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, असम के सहयोग से आज यहां साइंस कॉलेज ऑडिटोरियम में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत एक मादक द्रव्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस
नशा मुक्त भारत अभियान के तहत कोकराझार में मादक द्रव्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन ।


नशा मुक्त भारत अभियान के तहत कोकराझार में मादक द्रव्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन ।


कोकराझार (असम), 19 जून (हि.स.)। कोकराझार जिला समाज कल्याण विभाग कार्यालय द्वारा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, असम के सहयोग से आज यहां साइंस कॉलेज ऑडिटोरियम में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत एक मादक द्रव्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों और युवाओं के बीच नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाना तथा एक नशा-मुक्त समाज के निर्माण में सामूहिक भूमिका को प्रोत्साहित करना था।

यह कार्यक्रम साइंस कॉलेज, कोकराझार के एंटी-ड्रग क्लब, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) तथा बोडोलैंड कम्युनिटी काउंसलिंग सेंटर के सहयोग से आयोजित किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत जिंतु मोनी फुकन, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, कोकराझार द्वारा की गई। उन्होंने इस अभियान के उद्देश्यों को रेखांकित करते हुए समाज में नशीली दवाओं के बढ़ते दुष्प्रभावों को रोकने के लिए सामूहिक प्रयास, जन-जागरूकता, रोकथाम और पुनर्वास की आवश्यकता पर बल दिया।

डॉ. वाशिम अख्तर बारी ने नशे के दुष्प्रभावों पर बोलते हुए इसके शारीरिक और मानसिक परिणामों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने नशा करने के कारणों में साथियों का दबाव, आर्थिक तंगी, नशीले पदार्थों की आसान उपलब्धता, मानसिक तनाव, पारिवारिक कलह और हीनता या असुरक्षा की भावना को प्रमुख बताया।

देवजीत महंत, उप पुलिस अधीक्षक, कोकराझार, तथा धजेन बसुमतारी, जिला परिवहन अधिकारी, कोकराझार ने अपने प्रेरणादायक संबोधनों में युवाओं और समाज की अहम भूमिका पर जोर दिया, जिससे कोकराझार को एक नशा-मुक्त जिले में बदला जा सके।

रंजीत बसुमतारी, अधीक्षक, सल्वेशन फाउंडेशन; देबश्री भार्गव, कार्यपालक दंडाधिकारी, कोकराझार, तथा माधव उपाध्याय, डीएलएसए प्रतिनिधि ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि नशीली दवाओं के खिलाफ लड़ाई केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है, खासकर युवाओं की, जिन्हें एक स्वस्थ, जागरूक और नशा-मुक्त समाज का वाहक बनना होगा।

इस अवसर पर जिला जन संपर्क अधिकारी, साइंस कॉलेज के उप-प्राचार्य, शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं, अधिकारी एवं अन्य सम्मानित अतिथि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / किशोर मिश्रा