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सूरजपुर, 19 जून (हि.स.)। आज गुरूवार काे संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में वन, खनिज, उद्योग, श्रम व पर्यावरण विभाग की मासिक समीक्षा बैठक रखी गई थी। बैठक में बाल समक्ष नीति के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु आवश्यक चर्चा की गई। जिसमें बाल श्रमिक, भिक्षावृत्ति, मादक द्रवों के शिकार बच्चों के सर्वेक्षण, रेस्क्यू एवं पुनर्वास हेतु कलेक्टर ने अभियान चलाने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिये। उन्होंने स्पष्ट निर्देशित किया कि, जिले में गठित टास्क फोर्स, जिले में स्थित छोटे-बड़े प्रतिष्ठानों जैसे कारखानों, ढाबाओं, उद्योगों, होटलों, दुकानों, ईट-भट्ठे, निर्माण स्थल, संगठित और असंगठित क्षेत्रों जैसे खदानों सहित विभिन्न बाल श्रम प्रवृत्त क्षेत्रों से श्रम में लगे बच्चों और किशोरों को बचाने एवं बाल और किशोर श्रम (निषेध और विनियमन) अधिनियम 1986 के अनुसार बच्चों का पुनर्वास सुनिश्चित करने हेतु लगातार मॉनीटरिंग व निरीक्षण सुनिश्चित करे।
इसके साथ ही बैठक में वन विभाग से बांस बीज की नर्सरी तैयार किये जाने व तेंदूपत्ता संग्रहण व भुगतान के सम्बंध में जानकारी ली गई। जिसमें वन विभाग से संबंधित अधिकारी द्वारा बताया गया कि, सूरजपुर वनमण्डल के अंतर्गत बांस वृक्षारोपण रकबा 113.000 हे. के विरूद्ध 45, 200 पौधा रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें परिक्षेत्र सूरजपुर में 24, 000, बिहारपुर में 8000, प्रतापपुर में 13, 200 पौधा रोपण किया जायेगा। तेन्दूपत्ता संग्रहण व भुगतान के सम्बंध में जानकारी दी गई। जिसमें बताया गया कि, वर्ष 2025 में जिला यूनियन सूरजपुर के 30 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के अंतर्गत 336 फडों में तेन्दुपत्ता संग्रहण किया जा रहा है। बिक्रित समितियों में 74, 500 रू मानक बोरा तेन्दुपत्ता संग्रहण लक्ष्य के साथ 18 जून तक 64416.430 मानक बोरा तेन्दूपत्ता संग्रहण किया गया है और 11 करोड़ 41 लाख 89 हजार राशि का भुगतान किया गया है।
इसके साथ ही बैठक में अन्य विभाग के योजनाओ के संबंध में जानकारी प्राप्त कर उनकी समीक्षा की गई। बैठक में विभागों के संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय