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जोधपुर, 18 जून (हि.स.)। डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर राकेश विश्नोई के सुसाइड मामले को लेकर रेजिडेंट डॉक्टर्स ने आज दो घंटे की पेनडाउन हड़ताल रखी। बुधवार सुबह आठ से दस बजे तक मेडिकल कॉलेज के सभी रेजिडेंट डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर ओपीडी, आईपीडी, ट्रोमा वार्ड सहित विभागों में यह हड़ताल की। इस हड़ताल के चलते मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. हीरालाल यादव ने बताया कि डॉ. राकेश के सुसाइड मामले को लेकर अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। यह चुप्पी केवल अन्यायपूर्ण है बल्कि पूरे मेडिकल सिस्टम का भी विश्वास तोड़ती है। इसी उदासीनता के विरोध में प्रतीकात्मक हड़ताल रखी गई। एसोसिएशन की संबंधित व्यक्ति को तत्काल पद से हटाने, पीडि़त परिवार की बात सुनकर स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच करने और सभी रेजिडेंट को मानसिक सुरक्षा और काम करने का वातावरण उपलब्ध करवाने की मांग की है। इन मांगों पर कार्रवाई नहीं की जाती है तो आगे चलकर रेजिडेंट पूर्ण कार्य बहिष्कार करेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। रेजिडेंट डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांधकर दो घंटे साकेंतिक हड़ताल करके विरोध जताया।
डॉक्टर राकेश ने किया था सुसाइड :
रेजिडेंट डॉक्टर राकेश ने 13 जून को जहर खा लिया था। गंभीर हालत में पहले उन्हें जयपुर रेफर किया था, जहां 14 जून की रात उनकी मौत हो गई। डॉक्टर ने मौत से पहले एक वीडियो में कहा कि फार्माकोलॉजी विभाग के एचओडी थीसिस को लेकर परेशान कर रहे हैं। जिसके चलते मैंने ये कदम उठाया। इसके बाद राकेश के भाई की रिपोर्ट पर शास्त्रीनगर पुलिस ने एचओडी राजकुमार के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया। इधर डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के फार्माकोलॉजी विभाग के एचओडी राजकुमार राठौड़ का कहना है कि रेजिडेंट डॉक्टर पहले से मानसिक रूप से परेशान थे और उनका इलाज चल रहा था। रेजिडेंट डॉक्टर राकेश विश्नोई के परिजन फार्माकोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. राजकुमार राठौड़ पर कार्रवाई सहित मांगों को लेकर जयपुर के एसएमएस अस्पताल के बाहर धरना दे रहे हैं।
रेजिडेंट और सीनियर डॉक्टर आमने-सामने :
इस मामले में जोधपुर में रेजिडेंट और सीनियर डॉक्टर आमने सामने हो गए है। एक तरफ जहां एमडीएम अस्पताल के सीनियर डॉक्टर राजकुमार के खिलाफ रेजिडेंटस की ओर से कार्रवाई की मांग की जा रहीं है। वहीं सीनियर डॉक्टरों ने प्रिंसिपल को लेटर जारी कर आरोपित डॉ राजकुमार के लिए कहा है कि बगैर जांच के डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाए। रेजिडेंट डॉक्टर राकेश के पूर्व में भी अवसाद में ग्रसित करने की खबरें है। इसलिए बिना जांच के चिकित्सक शिक्षक पर कार्रवाई नहीं की जाएं।
मंत्रालयिक कर्मचारी भी मामले में कूदे, सौंपा ज्ञापन :
डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के मंत्रालयिक कर्मचारी संघ ने बुधवार को प्रिंसिपल व नियंत्रक डॉ. बीएस जोधा को एक ज्ञापन सौंपा। संघ के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने बताया कि महाविद्यालय के अतिरिक्त प्रधानाचार्य डॉ. राजकुमार राठौड की कार्यशैली को लेकर जो आक्षेप लगाए जा रहे हैं। उस पर मंत्रालयिक कर्मचारी संघ डॉ. राजकुमार राठौड़ की वर्षों की कार्यशैली सहयोगात्मक व्यवहार को देखते हुए इन आक्षेपों का खंडन करता है। सभी कर्मचारी डॉ. राजकुमार राठौड़ के सानिध्य में सौहार्द पूर्ण वातावारण में वर्तमान में कार्य कर रहे है तथा भविष्य में भी साथ मिलकर कार्य करने के अभिलाषी है।
जयपुर में धरना-प्रदर्शन है जारी :
इधर जयपुर में एसएमएस अस्पताल में मोर्चरी के बाहर रेजिडेंट राकेश विश्नोई के परिजन धरना प्रदर्शन पर बैठे हुए है। रेजिडेंट राकेश के भाई सुभाष का कहना है कि वह तब तक पोस्टमार्टम नहीं कराएंगे। जब तक आरोपित डॉक्टर राजकुमार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। पीडि़त सुभाष ने कहा कि पुलिस की मौजूदगी में राकेश ने बयान दिया। इसके बावजूद अब तक आरोपित सीनियर डॉक्टर के खिलाफ न तो पुलिस कार्रवाई हो रही है और न ही कोई विभागीय कार्रवाई हुई है।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश