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इन्दौर, 18 जून (हि.स.)। विश्व सिकल सेल दिवस 19 जून को मनाया जाएगा। इस अवसर पर सांसद सेवा प्रकल्प एवं एडवांस्ड होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च एवं वेलफेयर सोसायटी इंदौर के संयुक्त तत्वाधान में सात दिवसीय सिकल सेल जागरूकता अभियान इंदौर शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में चलाया जा रहा है। स्वस्थ जीवन की ओर एक जागरूक पहल की थीम पर 13 जून से शुरू हुआ यह अभियान 20 जून तक चलेगा। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य समाज को सिकल सेल जैसे घातक अनुवांशिक रोग के प्रति सजग करना और इसकी रोकथाम के प्रति नागरिकों को जागरूक करना है।
अभियान के अन्तर्गत सांसद शंकर लालवानी और होम्योपैथिक विशेषज्ञ डॉ. ए. के. द्विवेदी के नेतृत्व में शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विविध जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में निःशुल्क रक्त जांच शिविर लगाए जा रहे हैं। साथ ही हिमोग्लोबिन इलेक्ट्रोफोरेसिस टेस्ट का महत्व बताकर आमजन में जनजागरूकता लाई जा रही है। साथ ही नुक्कड़ नाटक, पम्पलेट एवं बुकलेट का वितरण, पोस्टर प्रदर्शनी और संवादात्मक सत्र भी किए जा रहे हैं।
सांसद शंकर लालवानी ने बुधवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए एनीमिया मुक्त भारत अभियान को आगे बढ़ाते हुए सिकल सेल जागरूकता अभियान इंदौर में जनभागीदारी के साथ संचालित किया जा रहा है। यह अभियान एक स्वास्थ्य चेतना की नई शुरुआत है। समाज के लिए संदेश है कि विवाह से पूर्व हीमोग्लोबीन इलेक्ट्रोफोरेसिस टेस्ट अनिवार्य रूप से कराया जाना चाहिए। परिवार में यदि कोई सिकल सेल पीड़ित हो तो तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। वहीं अपने साथ दूसरों को भी जागरूक कराना चाहिए, यही सच्ची सामाजिक सेवा है।
क्या है सिकल सेल रोग
डॉ. द्विवेदी ने बताया कि सिकल सेल रोग एक अनुवांशिक रक्त विकार है। जिसमें रक्त की लाल कोशिकाएं अर्द्धचंद्राकार हो जाती है और शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हो जाती है। इससे मरीज को थकान, तेज दर्द, रक्ताल्पता, हड्डियों की समस्याएं और अंग विकृति हो सकती है। यह स्थिति कभी-कभी जानलेवा भी हो सकती है। इसलिए इस बीमारी को यदि समय रहते पहचाना जाए और सही जानकारी हो तो हम इसे अगली पीढ़ियों तक फैलने से रोक सकते हैं। यह केवल चिकित्सकीय प्रयास नहीं बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व भी है। हमारा प्रयास है कि हम इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम पूरे वर्ष भर आयोजित करते हुए ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने की कोशिश करें।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर