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पूर्वी सिंहभूम, 18 जून (हि.स.)। पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर) जिले में वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल और पुनर्वास को लेकर प्रशासनिक स्तर पर बुधवार को अहम कदम उठाया गया है। डुमरिया प्रखंड के बकुलचंदा टोला स्थित प्राइमरी हेल्थ सेंटर (पीएचसी) भवन में जेरियाट्रिक केयर परियोजना के संचालन के लिए बुधवार को समझौता (एमओयू) हुआ।
यह एएमओयू सिविल सर्जन (प्रथम पक्ष) और हेल्पिंग हैंड्स फाउंडेशन के बीच हुआ।
इस अवसर पर उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने इस पहल को बुजुर्गों के कल्याण की दिशा में एक सकारात्मक और दूरदर्शी कदम बताया। उन्होंने कहा कि जिले में वृद्धजनों के लिए समर्पित सेवाओं की उपलब्धता से उनके जीवन स्तर में निश्चित रूप से सुधार आएगा।
एमओयू के तहत यह तय किया गया कि बकुलचंदा पीएचसी भवन के भूतल का उपयोग पूर्ववत स्वास्थ्य केंद्र के रूप में सिविल सर्जन कार्यालय की ओर से किया जाएगा, जबकि भवन का प्रथम तल हेल्पिंग हैंड्स फाउंडेशन द्वारा बुजुर्गों की देखभाल और पुनर्वास सेवाओं के लिए उपयोग में लाया जाएगा। परियोजना से जुड़े कर्मचारी, उपलब्धता के अनुसार, परिसर स्थित आवासीय सुविधाओं में निवास कर सकेंगे।
समझौते में यह भी उल्लेख किया गया है कि फाउंडेशन को भवन के हस्तांतरण की तिथि से नौ महीनों के भीतर जेरियाट्रिक केयर परियोजना को पूरी तरह से चालू करना होगा। यदि निर्धारित समयावधि के भीतर परियोजना प्रारंभ नहीं होती और उसके पीछे कोई उचित कारण नहीं होता, तो यह एमओयू स्वतः निरस्त माना जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक