कर्ज से जूझते मौलाना ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में किया दर्द बयां
पश्चिम सिंहभूम, 18 जून (हि.स.)। सदर थाना क्षेत्र में बुधवार को बड़ी बाजार स्थित मदीना मस्जिद के मौलाना शाहबाज आलम (30 ) ने फंदे से लटक कर लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही सदर थाना प्रभारी तरुण कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुल
प्रतिकात्मक फोटो


पश्चिम सिंहभूम, 18 जून (हि.स.)। सदर थाना क्षेत्र में बुधवार को बड़ी बाजार स्थित मदीना मस्जिद के मौलाना शाहबाज आलम (30 ) ने फंदे से लटक कर लगाकर खुदकुशी कर ली।

घटना की जानकारी मिलते ही सदर थाना प्रभारी तरुण कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।

मौके पर पुलिस को एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। इसमें मौलाना शाहबाज आलम ने अपनी आर्थिक स्थिति और मानसिक तनाव का उल्लेख किया है। सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि वे काफी समय से कर्ज में डूबे हुए थे और आर्थिक तंगी से बेहद परेशान थे। लगातार बढ़ते दबाव और समस्या से जूझते हुए उन्होंने अंततः यह कठोर कदम उठाने का निर्णय लिया।

शाहबाज आलम मदीना मस्जिद में विगत कई वर्षों से मौलाना के रूप में सेवाएं दे रहे थे और क्षेत्र में एक धार्मिक व सम्मानित व्यक्ति माने जाते थे। उनकी खुदकुशी की खबर से मस्जिद समिति के लोग गहरे सदमे में हैं।

पुलिस कर रही मामले की गहन जांच

मौके पर सदर थाना प्रभारी तरुण कुमार ने बताया कि सुसाइड नोट के आधार पर जांच की जा रही है। मृतक के परिवार वालों और करीबी लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। ताकि, यह समझा जा सके कि वे किस तरह की मानसिक और आर्थिक परेशानी से गुजर रहे थे।

उन्होंने यह भी कहा कि सुसाइड नोट की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी और मामले की हर पहलू से जांच कर यह पता लगाया जाएगा ।

शाहबाज आलम के इस असामयिक निधन से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक