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धर्मशाला, 18 जून (हि.स.)। धर्मशाला की खूबसूरत वादियों में नौवीं बटालियन डलहौजी द्वारा आयोजित किए जा रहे ऑल इंडिया गर्ल ट्रेकिंग एक्सपेडिशन (हिमट्रेक कैंप) का शुभारंभ बुधवार को हुआ। कैंप का संचालन धर्मशाला कैंट में कर्नल जेएस कौशल के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। यह अभियान देशभर की युवा महिला एनसीसी कैडेट्स के लिए एक अनूठा मंच प्रदान कर रहा है, जहां उन्हें न केवल हिमालय की रमणीय वादियों का आनंद लेने का अवसर मिल रहा है, बल्कि उनके अंदर साहस, अनुशासन और टीमवर्क की भावना को भी मजबूत किया जा रहा है।
इस कैंप में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ डायरेक्टोरेट, राजस्थान डायरेक्टोरेट और उत्तराखंड डायरेक्टोरेट से आईं कुल 315 एनसीसी गर्ल कैडेट्स ने भाग ले रही हैं, जो इस बात का प्रमाण है कि देश की बेटियां अब किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। आज कैडेट्स को उनके पहले ट्रेक के लिए नड्डी और डल लेक ले जाया गया, जहां उन्होंने प्रकृति की गोद में रहकर ट्रेकिंग का पहला पाठ सीखा। नड्डी, जो धर्मशाला के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है, ने कैडेट्स का स्वागत ठंडी हवा और बर्फ से ढकी पहाड़ियों के मनोरम दृश्यों से किया, जबकि डल लेक पर पहुंचकर उन्होंने शांत जल और हरे-भरे वातावरण का आनंद लिया। इस दौरान कैडेट्स ने न केवल प्राकृतिक सौंदर्य को निहारा, बल्कि उन्हें पर्यावरण संरक्षण और ट्रेकिंग के दौरान सुरक्षा के महत्व के बारे में भी जानकारी दी गई।
कैडेट्स को चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करना कैंप का मकसद : कर्नल कौशल
कर्नल जेएस कौशल ने बताया कि इस कैंप का मुख्य उद्देश्य युवा गर्ल कैडेट्स को चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करना और उनमें नेतृत्व क्षमता विकसित करना है, जो आगे चलकर राष्ट्र निर्माण में भी उनकी भूमिका को सशक्त बनाएगा। राजस्थान से आई एक कैडेट ने बताया कि यह उनका पहला पहाड़ी ट्रेक है, और वह इस अनुभव को लेकर बेहद उत्साहित हैं, जबकि हरियाणा की एक अन्य कैडेट ने कहा कि इस तरह के अभियानों से उनका आत्मविश्वास बढ़ा है और वह भविष्य में और भी चुनौतीपूर्ण ट्रेक्स में भाग लेना चाहेंगी। अगले कुछ दिनों में कैडेट्स को और भी कठिन ट्रेक्स पर ले जाया जाएगा, जिसमें उच्च हिमालयन क्षेत्रों की ओर बढऩा और कठिन रास्तों पर चढ़ाई करना शामिल होगा। साथ ही उन्हें सेल्फ-डिफेंस, फर्स्ट एड और सर्वाइवल स्किल्स का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया