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इंदौर, 18 जून (हि.स.)। इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक अहम खुलासा हुआ है। जांच के दौरान पता चला है कि मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी ने जिस व्यक्ति से 21 दिनों में 234 बार बात की, वह कोई और नहीं बल्कि उसका प्रेमी और सह-आरोपी राज कुशवाह ही था।
मेघालय पुलिस के एसपी विवेक स्येम ने बुधवार को इसका खुलासा करते हुए बताया कि सोनम के दोनों मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल निकालने पर ट्रूकॉलर पर 'संजय वर्मा' नाम दिखा, जिससे संदेह हुआ। पूछताछ में सोनम ने स्पष्ट किया कि यह नंबर राज का ही था। कॉल्स की अवधि ज्यादातर आधे से एक घंटे के बीच रही।
इसी बीच शिलांग पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) बुधवार को इंदौर स्थित सोनम के घर पहुंची और उसके भाई गोविंद और मां से बंद कमरे में पूछताछ की। साथ ही सूटकेस में रखा सामान भी चेक किया गया। एसआईटी ने इंदौर के देवास नाका स्थित फ्लैट की भी तलाशी ली, जहां सोनम 30 मई से 7 जून तक रुकी थी। फ्लैट मालिक शिलोम जेम्स ने तलाशी की पुष्टि की, हालांकि क्या बरामद हुआ, यह साझा नहीं किया गया। इसी दौरान, क्राइम ब्रांच की एक और टीम राज कुशवाह के घर गई, जिसमें सोनम का भाई गोविंद भी साथ था।
पुलिस के अनुसार, फरवरी में सोनम और राज की सगाई हुई थी और मार्च से ही राजा को रास्ते से हटाने की योजना बनने लगी थी। पूछताछ में राज ने यह स्वीकारा कि वह इस प्लान में शामिल था और उसने अपने दोस्तों से मदद लेकर इसे अंजाम तक पहुंचाया। साजिश के तहत राज जान-बूझकर शिलॉन्ग नहीं गया ताकि उस पर शक न हो। यहां तक कि राजा की मौत के बाद उसके अंतिम संस्कार में भी वह शामिल हुआ था।
जांच में यह भी सामने आया है कि विशाल, आकाश और आनंद ने शिलॉन्ग पहुंचने के बाद नए मोबाइल सिम लिए थे। घटना के तुरंत बाद इन सिम कार्ड्स को नष्ट कर दिया गया ताकि ट्रेसिंग न हो सके।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर