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पिछड़ा वर्ग एवं अनुसूचित जातियों के संगठनों की बैठक आयोजितहिसार, 16 जून (हि.स.)। हरियाणा काम्बोज समाज, अन्य पिछड़ा वर्ग व अनुसूचित जातियों सहित अनेक सामाजिक संगठनों की बैठक हुई। हरियाणा कम्बोज सभा के पूर्व प्रदेश प्रेस सचिव देसराज कम्बोज की अध्यक्षता में पुराना गवर्नमेंट कॉलेज, मैदान स्थित शिरोमणि शहीद उधम सिंह की प्रतिमा के पास हुई बैठक में हकृवि में चल रहे आंदोलन व विद्यार्थियों के धरना बारे चर्चा हुई। बैठक में उपस्थित सभी संगठनों के प्रतिनिधियों ने साेमवार काे शिक्षा के मंदिर हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय को कांग्रेस, इनेलो, जजपा व अन्य राजनीतिक पार्टियों के नेताओं द्वारा राजनीति का अड्डा बनाने की कड़ी निंदा की गई। उन्होंने विद्यार्थियों को भडक़ाने की कार्रवाई को उनके जीवन के साथ खिलवाड़ बताते हुए निंदनीय बताया और कहा कि राजनीतिक पार्टियों द्वारा पिछड़ा वर्ग से संबंध रखने वाले विद्वान कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज तथा अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाले कुलसचिव डॉ. पवन कुमार को पदों से हटाने की मांग की भी कड़े शब्दों में निंदा की गई।बैठक में बताया गया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने विद्यार्थियों की छात्रवृति की मांग मान ली है तो उनके धरने प्रदर्शन करना केवल राजनेताओं का अपना स्वार्थ जताता है। बैठक में देसराज कम्बोज ने विद्यार्थियों से अपील की कि वे राजनेताओं के भडक़ाऊ भाषणों से बचते हुए अपने भविष्य की ओर ध्यान दें। इस विश्वविद्यालय को बचाने के लिए ऐसे स्वार्थी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। देसराज ने बताया कि अगर राजनेता अपने स्वार्थ सिद्धी के लिए इसी प्रकार विद्यार्थियों को भडक़ाते रहे तो हिसार जिले के सभी सामाजिक संगठनों की बैठक जल्द ही आयोजित करके भविष्य के बारे में विचार विमर्श किया जाएगा। वक्ताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज एक ईमानदार व किसानों के हितैषी अधिकारी हैं। प्रो. कम्बोज के कार्यकाल में विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की है। इस बैठक में कम्बोज समाज के प्रतिष्ठित नागरिकों ने भाग लिया जिनमें रमेश कम्बोज, सतनाम चंद, हरि कृष्ण कम्बोज, शिवकुमार, भगवान दास, जयचंद, फूल सिंह, धर्मपाल, डॉ. सुशील कुमार, नारायण चावला, हवासिंह सैनी सहित अनेक संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर