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सोनीपत, 16 जून (हि.स.)। सोनीपत में गन्नौर बड़ी औद्योगिक क्षेत्र में बिजली दरों में
अचानक हुई भारी बढ़ोतरी को लेकर स्थानीय उद्योगपतियों में रोष व्याप्त है। एमएसएमई
इंडस्ट्रीज वेलफेयर एसोसिएशन के नेतृत्व में सोमवार को आयोजित बैठक में उद्यमियों ने
इस निर्णय को औद्योगिक विकास के लिए घातक बताते हुए तीव्र विरोध जताया। बैठक एसोसिएशन
के प्रधान नवीन कौशिक की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
उद्योगपतियों ने बताया कि हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा
बिना किसी पूर्व सूचना के बिजली शुल्क को 125 रुपये प्रति किलोवाट से बढ़ाकर सीधे
165 से 290 रुपये प्रति किलोवाट तक कर दिया गया है। यह वृद्धि औद्योगिक इकाइयों, विशेष
रूप से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र पर आर्थिक बोझ बनकर आई है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन कौशिक और महासचिव हरप्रीत सिंह ने
इस संबंध में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल, वर्तमान
मुख्यमंत्री नायब सैनी, बिजली मंत्री अनिल विज एवं बिजली निगम के वरिष्ठ अधिकारियों
को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में मांग की गई है कि इस वृद्धि पर पुनर्विचार किया जाए
और यदि आवश्यक हो तो चरणबद्ध या श्रेणीबद्ध (ग्रेडेड) वृद्धि लागू की जाए।
उद्योगपतियों ने चिंता जताई कि पहले ही महामारी, महंगाई और
कच्चे माल की बढ़ती कीमतों से जूझ रहे एमएसएमई उद्योग अब इस वृद्धि के कारण संचालन
जारी रखना मुश्किल पा रहे हैं। इससे उत्पादन क्षमता घटेगी, कई इकाइयों के बंद होने
का खतरा है, रोजगार में कटौती होगी और निवेशकों का विश्वास भी डगमगा सकता है। इस अवसर
पर हरीश काहराना, कमल, नवजोत सिंह, अनिल कुमार, संजय मित्तल, सुनील जिंदल, पवन खासा,
जगमेंद्र सिंह व सुरेंद्र सहित अनेक उद्योगपति उपस्थित रहे। एसोसिएशन ने नवीकरणीय ऊर्जा
और निजी विद्युत उत्पादन (कैप्टिव पावर) को प्रोत्साहित करने की भी मांग की है ताकि
दीर्घकालिक समाधान सुनिश्चित हो सके।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना