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जींद, 16 जून (हि.स.)। जिला प्रशासन द्वारा नशा मुक्त हरियाणा अभियान को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सोमवार को लघु सचिवालय सभागार में एडीसी विवेक आर्य की अध्यक्षता में नारको कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने और नशे के खिलाफ गंभीरता से कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। एडीसी विवेक आर्य ने निर्देश दिए कि जिले की सभी दवा दुकानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की कार्यशीलता की निरंतर जांच सुनिश्चित की जाए और इस संबंध में 100 प्रतिशत कवरेज की रिपोर्ट शीघ्र उपलब्ध करवाई जाए।
साथ ही सभी केमिस्ट शॉप्स पर लाइसेंस स्पष्ट रूप से चस्पा होना अनिवार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे की गिरफ्त में आने से रोकने के लिए स्कूलों, कॉलेजों व अन्य शैक्षणिक संस्थानों में लगातार जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। नशा मुक्ति केंद्रों का नियमित निरीक्षण भी सुनिश्चित किया जाए ताकि वहां दी जा रही सेवाएं प्रभावशाली बनी रहें।
एडीसी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि किसी स्थान पर कैनाबिस (गांजा) के पौधे पाये जाते हैं तो उन्हें तुरंत नष्ट कर संबंधित रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। जिला में ऐसे पौधों को चिन्हित कर हटाया जा चुका है और आगे भी यह कार्यवाही जारी रहनी चाहिए। सभी अधिकारियों को अपने आसपास के क्षेत्रों में सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। एएसपी सोनाक्षी सिंह ने बताया कि पुलिस विभाग युवाओं से सीधा संवाद स्थापित कर उन्हें नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित कर रहा है और उन्हें खेलों व रचनात्मक गतिविधियों से जोडऩे का प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि 12 जून से 26 जून तक इंटरनेशनल डे अगेन्स्ट ड्रग अब्यूज के तहत जिले के विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैंद्ध जिनमें आउटरीच प्रोग्राम्स भी शामिल हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा