दुष्कर्म के मामले में गवाह के बयान से मुकरने का दावा निकला झूठा
दुष्कर्म के मामले में गवाह के बयान से मुकरने का दावा निकला झूठा


नैनीताल, 13 जून (हि.स.)। नैनीताल में बहुचर्चित 12 वर्षीय नाबालिग से ठेकेदार मोहम्मद उस्मान द्वारा किये गये दुष्कर्म के मामले में सोशल मीडिया का एक वर्ग मुख्य गवाह के बयान से पलटने-मुकरने का दुष्प्रचार कर रहा है। सोशल मीडिया पर इस संबंध में एक वर्ग के ने इस बात को बढ़-चढ़कर प्रचारित किया। दावा किया जा रहा है कि गवाल से दबावपूर्वक झूठा बयान दिलवाया गया और उन्होंने घटना से संबंधित कुछ भी नहीं देखा था।

इस संबंध में ‘हिन्दुस्थान समाचार’ ने नैनीताल पुलिस से गवाह के बयान से पलटने की सच्चाई जानी तो सच्चाई सामने आ गयी। मामले की जांच में प्रमुख भूमिका निभा रही पूर्व विवेचनाधिकारी उप निरीक्षक आशा बिष्ट ने गवाह के मुकरने के दावों को पूरी तरह से झूठा बताया। उन्होंने बताया कि इस संबंध में किसी शालिनी नाम की महिला ने सोशल मीडिया पर वीडियो डाला था, जो कि अलग-अलग तरह से वायरल किया जा रहा है।

इस वीडियो के वायरल होने के बाद संबंधित गवाह ने स्वयं पुलिस कोतवाली में आकर दावे की कलई खोली गयी। गवाह के अनुसार बाहर से आकर कुछ सोशल मीडिया वाले यूट्यूबर आदि खुद को पत्रकार बताकर उन्हें लगातार परेशान कर रहे हैं। वह पीड़िता के घर और गवाहों के घर तक पहुंचकर उल्टी-सीधी बातें प्रसारित कर रहे हैं। उन्होंने उनसे जबर्दस्ती कुछ बातें कहलवायी हैं, जो सत्य से परे हैं। वह अब भी अपने पूर्व में दिये गये उस बयान पर कायम हैं, जो कि उन्होंने न्यायालय में भारतीय न्याय संहिता की धार 183 के तहत दिया है। पुलिस के अधिकारियों के अनुसार ऐसे कथित पत्रकारों के विरुद्ध भी पुलिस कार्रवाई कर सकती है।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी