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बेंगलुरू, 13 जून (हि.स.)। कर्नाटक के लोगों को फिलहाल भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति से राहत मिलती नहीं दिख रही है। भारतीय मौसम विभाग ने शुक्रवार को पूर्वानुमान जताया है कि कर्नाटक में दक्षिण-पश्चिम मानसून सक्रिय है और राज्य में अगले 5 दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना है। राज्य में 17 जून तक तटीय जिलों और मलनाड क्षेत्रों में भारी बारिश जारी रहने की उम्मीद है। आम लोगों को सतर्कता बरतने और मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है।
दक्षिण भारत के कर्नाटक राज्य में भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी)ने राज्य के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और 17 जून तक लगातार तेज बारिश की चेतावनी दी है। राज्य के दक्षिणी आंतरिक जिलों, तटीय जिलों और मलनाड क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून की सक्रियता और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राज्य भर में ऐसी स्थिति बनी हुई है। खासकर धारवाड़, तटीय और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के जिलों में अगले कुछ दिनों तक भारी वर्षा होने की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग ने बारिश को लेकर राज्य के उत्तर कन्नड़, दक्षिण कन्नड़, उडुपी, चिक्कमगलुरु, कोडागु, शिवमोग्गा, बेलगाम, धारवाड़, गडग जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया है। विजयनगर, तुमकुर, रामानगर, मैसूर, मांड्या, हसन, दावणगेरे, चित्रदुर्ग, चिक्कबल्लापुर, बेंगलुरु ग्रामीण, बेंगलुरु शहरी, बेल्लारी, यादगीर और रायचूर जिलों के लिए यलो अलर्ट घोषित किया गया है।
कर्नाटक में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश ने कई जिलों में तबाही मचा दी है। तटीय और उत्तरी कर्नाटक में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। हुबली में एक व्यक्ति बारिश के पानी में बह गया। निचले इलाकों में पानी घुस गया है। घरों और सड़कों पर जलभराव से आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
भारी बारिश और रेड अलर्ट को देखते हुए आगामी दिन जनजीवन के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है, लेकिन नागरिकों को भी सावधानी और सतर्कता बरतने की जरूरत है। मौसम के बदलते मिजाज को ध्यान में रखते हुए, स्कूल-कॉलेज बंद रखने जैसे फैसले सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / राकेश महादेवप्पा