महिला की हत्या मामले में ससुर व दो देवर गिरफ्तार
आरोपी


-बेहटा नहर के पास एक हरे रंग के सूटकेस में मिली थी लाश

गाजियाबाद, 12 जून (हि.स.)। लोनी बॉर्डर पुलिस ने नहर के पास एक हरे रंग के सूटकेस में मिली महिला लाश का मामला सुलझा लिया है। पुलिस ने दिल्ली निवासी इस महिला के ससुर व दो देवरों को गिरफ्तार किया है।

बुधवार की सुबह को थाना लोनी बॉर्डर क्षेत्र में बेहटा नहर के पास एक हरे रंग के सूटकेस में अज्ञात महिला का शव बरामद हुआ था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू की थी। अज्ञात शव की शिनाख्त के लिए दिल्ली के सीमावर्ती थानों एवं आस-पास के थानों में गश्ती तलाश जारी कर शिनाख्त का प्रयास किया गया एवं डीसीआरबी एवं सोशल मीडिया के माध्यम से शिनाख्त हेतु प्रयास किये गये । गठित टीमों द्वारा स्थानीय सीसीटीवी कैमरों, मैनुअल इनपुट व अन्य सम्भावित सोर्सों की मदद ली गयी महिला की शिनाख्त श्रीमती कविता पत्नी सागर निवासी शिव विहार अम्बिका विहार थाना करावल नगर दिल्ली के रूप में हुई। उसकी उम्र करीब 25 वर्ष थी। पुलिस ने इस मामले में महिला के ससुर हरवीर सिंह देवर व सुमित गुड्डू को गिरफ्तार किया है ।

आरोपी सुमित ने पूछताछ के दौरान बताया कि अपने पिता हरवीर सिंह, मां विमलेश देवी, भाई सागर, गुड्डू व बहन शिवानी तथा भाभी कविता व भतीजी आइसनी उम्र करीब डेढ़ वर्ष के साथ किराये पर अम्बिका विहार थाना करावल नगर दिल्ली में रहता हूँ । 7 तारीख की रात को मेरी बहन शिवानी और भाभी कविता का घरेलू बातों को लेकर घर में झगड़ा हुआ था। 9 तारीख की शाम करीब 04.00 बजे भतीजी आइसनी को कविता भाभी पीट रही थी, तब मेरा इसी बात पर भाभी कविता से भी झगड़ा हो गया तब मैने भाभी कविता की गर्दन पकड़ कर बेड पर पटक दिया था जब वह गिर गयी तब मैंने दोनों हाथों से उसकी गर्दन चुन्नी से दबा दी थी और जिस बेडशीट से सूटकेस बांधा था, उसी बेडशीट को मृतका के मुंह पर रखकर दम घोंट दिया था और पापा ने आकर भाभी के पैर पकड़ कर दबा लिये थे, जब भाभी हिलना बन्द हो गयी तब मैंने उनकी गर्दन छोड़ी थी। भाभी कविता मर गयी थी, फिर मैंने अपने छोटे भाई गुड्डु को घऱ बुलाया एवं फिर हमने भाभी कविता के शव को घर में रखे ट्रॉली (सूटकेस) हरे रंग के बैग में रखा तथा बैग की चेन लगायी तो बैग की आधी चेन लगी थी फिर बैग को गुलाबी पन्नी में लपेटकर ऊपर से दो चादरों से लपेटकर बैग चुन्नी से बांध लिया था। फिर उसी रात करीब 02.30 बजे के आस- पास भाभी कविता के शव को जो सूटकेस के अंदर रखा था उसे मोटर साईकिल स्प्लैण्डर पर रखकर पापा और गुड्डू ले गये और कहा कि हम इसे ठिकाने लगाने जा रहे हैं । उसके बाद भाई गुड्डु व पिता करीब 04.00 बजे के आस- पास घर वापस आये और बताया कि बेहटा नहर की पटरी पर जाते समय एक बिजली के खम्बों के पास बैग गिर गया था जिसे हम वहीं छोड़कर वापस भाग आये । भाई सागर को और माँ को हमने कोई बात नहीं बताई थी। सागर ने पूछा तो हमने कह दिया कि भाभी कविता शाम को झगड़ा करके अपने घर चली गयी है ।

हिन्दुस्थान समाचार / फरमान अली