फेक एसबीआई रिवार्डज ऐप से साइबर ठगी, पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
पुलिस ने की एडवाइजरी जारी : महाकुंभ में जा रहे श्रद्धालुओं को ठगने के लिए साइबर ठगों ने बिछाया जाल


जयपुर, 13 जून (हि.स.)। राजस्थान पुलिस की साइबर क्राइम शाखा ने एक गंभीर साइबर धोखाधड़ी को लेकर आम जनता को सचेत किया है। अपराधी अब एसबीआई रिवॉर्डज.एपीके नाम का एक नकली ऐप बनाकर लोगों को निशाना बना रहे हैं, जिससे उनकी निजी और वित्तीय जानकारी खतरे में पड़ रही है। यह फर्जी ऐप व्हाट्सएप, टेलीग्राम, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजी से फैलाया जा रहा है।

पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम शांतनु कुमार ने बताया कि साइबर अपराधी एसबीआई रिवॉर्डज.एपीके नाम से एक खतरनाक एंड्रॉयड मैलवेयर तैयार कर रहे हैं, जिसे व्हाट्सएप, टेलीग्राम, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया जा रहा है। जैसे ही कोई व्यक्ति इसे डाउनलोड कर इंस्टॉल करता है, यह ऐप चुपचाप बैकग्राउंड में काम करने लगता है। यह उपयोगकर्ता के एसएमएस, कॉन्टैक्ट्स और ऐप नोटिफिकेशन को पढ़ता है और सारी जानकारी गूगल के फायरबेस प्लेटफॉर्म पर एक असुरक्षित सर्वर को भेज देता है। इसका मुख्य उद्देश्य क्रेडिट या डेबिट कार्ड का पूरा विवरण (कार्ड नंबर, सीवीवी, पिन), पैन नंबर और अन्य व्यक्तिगत पहचान योग्य जानकारी चुराना है। इस चोरी किए गए डेटा का इस्तेमाल बाद में वित्तीय धोखाधड़ी या अन्य साइबर अपराधों के लिए किया जाता है।

साइबर क्राइम शाखा ने आम जनता से अपील की है कि वे इस ऐप को केवल गूगल प्ले स्टोर से ही डाउनलोड करें। व्हाट्सएप, टेलीग्राम या किसी अन्य सोशल मीडिया लिंक से मिलने वाली एपीके फाइल को डाउनलोड करने से बचें। यदि गलती से कोई भी संदिग्ध एपीके फाइल वाला ऐप इंस्टॉल हो गया है, तो उसे तुरंत अनइंस्टॉल कर दें।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश