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कोलकाता, 12 जून (हि. स.)। पश्चिम बंगाल विधानसभा में गुरुवार को उस समय जोरदार हंगामा हुआ जब मुर्शिदाबाद और महेशतला में हुई हिंसा के मुद्दे पर लाए गए स्थगन प्रस्तावों को विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने खारिज कर दिया। इससे नाराज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया और राजभवन तक मार्च किया।
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मुर्शिदाबाद की हिंसा को लेकर स्थगन प्रस्ताव पेश किया था, जबकि उनके साथी विधायक पूना भेंगरा ने बुधवार को महेशतला में हुई हिंसा और गुटीय झड़पों पर अलग प्रस्ताव रखा था। अध्यक्ष ने मुर्शिदाबाद की घटना को न्यायालय में लंबित बताते हुए और महेशतला की स्थिति को इस समय सदन में चर्चा के योग्य न मानते हुए दोनों प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया।
इस निर्णय से नाराज भाजपा विधायकों ने तृणमूल सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी की और “हिंदू-विरोधी सरकार” जैसे नारों के साथ विधानसभा से बहिर्गमन किया। इसके बाद सभी भाजपा विधायक राज्यपाल के निवास तक मार्च करते हुए पहुंचे।
इस पूरे घटनाक्रम पर राज्य की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और शशि पांजा ने भाजपा विधायकों की आलोचना करते हुए कहा कि विधानसभा में भगवा झंडे लहराना और इस तरह के नारे लगाना अनुचित और असंसदीय है।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर