Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
कोलकाता, 12 जून (हि. स.)। अश्लील फिल्म रैकेट से जुड़े एक सनसनीखेज मामले में आरोपित श्वेता खान उर्फ ‘फुलटूसी’ के खिलाफ अब तृणमूल कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं का गुस्सा खुलकर सामने आ गया है। उत्तर चौबीस परगना की एक युवती को जबरन पोर्न फिल्म में काम करने के लिए मजबूर करने के आरोप में श्वेता को हाल ही में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले ने न केवल राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, बल्कि तृणमूल कांग्रेस की साख पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
गौरतलब है कि श्वेता खान हावड़ा के बांकरा इलाके में एक फ्लैट में रहती थी। आरोप है कि वहीं उसने उत्तर 24 परगना के सोदपुर इलाके की एक युवती को बहला-फुसलाकर अपने घर बुलाया और जबरन उसे बंधक बनाकर अश्लील फिल्मों में काम करने का दबाव बनाया। जब युवती ने इसका विरोध किया, तो उसके साथ दुर्व्यवहार और मानसिक उत्पीड़न किया गया। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए श्वेता को गिरफ्तार कर लिया और उसे कोर्ट में पेश किया।
इस मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस के अंदर भी भारी नाराजगी है। खास तौर पर इसलिए क्योंकि श्वेता खान की कई तस्वीरें तृणमूल नेताओं के साथ सोशल मीडिया पर पहले ही वायरल हो चुकी थीं। इन तस्वीरों को लेकर पार्टी के अंदर असहजता बढ़ गई है। महिला कार्यकर्ताओं का कहना है कि श्वेता ने तृणमूल के नाम और पहचान का गलत इस्तेमाल किया और उसकी हरकतों से पार्टी की प्रतिष्ठा को गहरी ठेस पहुंची है।
गुरुवार को जब पुलिस श्वेता को हावड़ा अदालत में पेश करने के लिए लाई, तो पहले से मौजूद तृणमूल महिला कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 'दल को बदनाम करने वाली को सजा दो' जैसे नारे लगाए। इस दौरान कथित तौर पर कुछ महिला कार्यकर्ताओं ने श्वेता को थप्पड़ भी मारा। अदालत के बाहर के दृश्य काफी तनावपूर्ण थे और पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने में मशक्कत करनी पड़ी।
तृणमूल की महिला इकाई की कार्यकर्ताओं का कहना है कि श्वेता जैसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी पार्टी के नाम का दुरुपयोग न कर सके। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि श्वेता सोशल मीडिया पर नेताओं के साथ अपनी तस्वीरें डालकर खुद को पार्टी से जुड़ा बताने की कोशिश करती रही, जिससे पार्टी की छवि धूमिल हुई।
आरोपित श्वेता खान ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उसका कहना है कि उसे झूठे मामले में फंसाया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और पीड़िता के बयान, घटनास्थल की परिस्थितियों तथा डिजिटल सबूतों के आधार पर केस को आगे बढ़ाया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय