बाल श्रम के खिलाफ उठी आवाज, चला जागरूकता अभियान
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पश्चिम सिंहभूम, 12 जून (हि.स.)। विश्व बाल श्रम उन्मूलन दिवस के अवसर पर गुरुवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डीएलएसए) के तत्वावधान में जिले में व्यापक जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

ये कार्यक्रम झालसा के निर्देशानुसार और प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष डीएलएसए चाईबासा, मोहम्मद शाकिर के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।

इस क्रम में स्थानीय सीएम स्कॉट बालिका उच्च विद्यालय और एमएल रुंगटा प्लस टू उच्च विद्यालय में विशेष विधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में प्राधिकार के सचिव रवि चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार (नई दिल्ली) और झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार (रांची) के सहयोग से बच्चों के हित में विशेष योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि बाल श्रम एक सभ्य समाज के लिए कलंक है और इसे समाप्त करने के लिए समाज के हर वर्ग को मिलकर प्रयास करना होगा।

चौधरी ने बताया कि प्राधिकार की ओर से अधिकार मित्रों के माध्यम से वंचित और संकटग्रस्त बच्चों को जरूरी विधिक सहायता दी जा रही है। इस अवसर पर विद्यार्थियों को बाल श्रम के खिलाफ शपथ भी दिलाई गई।

कार्यक्रम में उपस्थित बाल आयोग के सदस्य विकास दोदराजका ने बच्चों के अधिकारों पर प्रकाश डाला और कहा कि इस वर्ष का उद्देश्य है बाल श्रम को समाप्त करने के लिए मजबूत निवारक तंत्र, सख्त प्रवर्तन और व्यापक जन-भागीदारी की आवाज को बुलंद करना। उन्होंने बताया कि आज भी हर 10 में से एक बच्चा बाल श्रम का शिकार है, जो एक गंभीर मानवाधिकार संकट है। कार्यक्रम का संचालन पीएलवी हेमराज निषाद ने किया।

इस अवसर पर पीएलवी रेणु देवी, संजय निषाद, अरुण विश्वकर्मा, उदय शंकर, संगीता, सूरज कुमार ठाकुर सहित विद्यालय के प्रधान शिक्षक शिल्पा गुप्ता, मनीष कुमार सहित अन्‍य उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक