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कोलकाता, 10 जून (हि.स.)। पश्चिम बंगाल विधानसभा ने मंगलवार को सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और देश की सुरक्षा के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता को सलाम किया। इस प्रस्ताव में विशेष रूप से सीमा पार आतंकवादी ठिकानों पर की गई सटीक कार्रवाई में सैनिकों के अदम्य साहस की सराहना की गई।
हालांकि, इस प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के तीखे बयान से सदन में भारी हंगामा हो गया। उन्होंने पहलगाम हमले को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए इसे खुफिया और सुरक्षा तंत्र की गंभीर चूक बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह क्रूर हमला केंद्र की नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफलता को उजागर करता है। हमारे जवानों ने जो बहादुरी दिखाई, वह अद्वितीय है।
ममता बनर्जी के इस बयान पर विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने खड़े होकर जोरदार विरोध किया और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री राष्ट्रीय त्रासदी का राजनीतिक इस्तेमाल कर रही हैं। इसके बाद तृणमूल कांग्रेस और भाजपा विधायकों के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई, जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हुई।
हंगामे के बीच स्पीकर विमान बनर्जी को हस्तक्षेप करना पड़ा और सदन को शांत कराने के बाद प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि पारित प्रस्ताव में सात मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में की गई सैन्य कार्रवाई का ज़िक्र तो किया गया, लेकिन 'ऑपरेशन सिंदूर' शब्द का उल्लेख नहीं किया गया। प्रस्ताव में सशस्त्र बलों की राष्ट्र की सुरक्षा के प्रति अडिग निष्ठा और साहस की प्रशंसा की गई।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। यह हमला देशभर में आक्रोश और चिंता का विषय बना।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर