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कोलकाता, 10 जून (हि. स.)। बुधवार को भगवान जगन्नाथ की स्नान यात्रा है। रथयात्रा से पहले इस उत्सव में बंगाल के समुद्र तटीय शहरों में उत्साह का माहौल है। इस बार पहली बार दीघा के जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ की स्नान यात्रा का आयोजन होने जा रहा है। पुरी के तर्ज पर दीघा में भी तय परंपराओं और विधियों के अनुसार यह आयोजन होगा। मंगलवार 11 जून से 27 जून तक लगातार एक के बाद एक कार्यक्रमों की समय-सारणी घोषित की गई है। साथ ही यह भी बताया गया है कि दीघा के जगन्नाथ मंदिर और कोलकाता के इस्कॉन मंदिर में भी स्नान यात्रा के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
बुधवार को भगवान जगन्नाथ का जन्मदिवस है, जो हिन्दुओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। देश के विभिन्न हिस्सों में यह दिन बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। स्नान यात्रा के दिन भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा को स्नान वेदी पर लाया जाता है। जानकारी के अनुसार, बुधवार को दीघा में कई चरणों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मंदिर प्रबंधन द्वारा जारी समय-सारिणी के अनुसार, सुबह नौ बजे ‘पाहंडी विजय’ और 11 बजे से जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा की स्नान यात्रा का कार्यक्रम शुरू होगा। दिनभर विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
यह भी जानकारी दी गई है कि दीघा के जगन्नाथ मंदिर के प्रवेश द्वार के बाईं ओर एक मंडप बनाया जा रहा है, जहां भक्तों के सामने ही स्नान यात्रा संपन्न होगी। 12 जून से 25 जून तक भगवान के दर्शन बंद रहेंगे। 26 जून से फिर से दर्शन की अनुमति होगी। 27 जून को रथयात्रा का आयोजन होगा, जिसमें भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा ‘मासी के घर’ की यात्रा के लिए रथ पर आरूढ़ होंगे।
गौरतलब है कि दीघा में यह जगन्नाथ मंदिर हाल ही में बनकर तैयार हुआ है। 30 अप्रैल को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मंदिर का उद्घाटन किया था। अब दीघा में स्नान यात्रा के आयोजन को लेकर पूरे शहर में उत्सव जैसा माहौल है।
हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय