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जयपुर, 10 जून (हि.स.)। जयपुर। भांकरोटा थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बैंक और फाइनेंस कंपनी से करोड़ों रुपये का लोन लेकर धोखाधड़ी करने वाली अन्तरराज्यीय गैंग की एक महिला सहित तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस जांच में सामने आया कि इस गैंग के लोग फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोन पर वाहन लेकर उनकी फर्जी एनओसी के आधार पर आगे बेचते थे। जिस से बैंकों और फाइनेंस कंपनी को करोड़ों का नुकसान हुआ। इसके अलावा गैंग के सदस्य कई राज्यों में ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं और इनके खिलाफ दो दर्जन से अधिक मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं। फिलहाल आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि जयपुर। भांकरोटा थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बैंक और फाइनेंस कंपनी से करोड़ों रुपये का लोन लेकर धोखाधड़ी करने वाली अन्तरराज्यीय गैंग के विजय कुमार अग्रवाल (40) निवासी नादौती जिला करौली हाल प्रतापनगर जयपुर,सजल अग्रवाल(25) निवासी श्रीमाधोपुर हाल प्रतापनगर जयपुर और इमरान खान (30) निवासी महू खास जिला करौली हाल प्रतापनगर जयपुर को गिरफ्तार किया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपित विजय कुमार पिछले कई सालों से अपने गिरोह में बाहरी राज्यों के एवं जानकार लोगों को शामिल करता। उनको अपने किराए के अपार्टमेंट में रखता । उस अपार्टमेंट के किरायानामा के आधार पर गिरोह के सदस्य के आधार कार्ड में पता आदि चेंज करवा कर बैंक अकाउंट खुलवा देता। उसे बैंक अकाउंट में दो-तीन महीने तक ट्रांजैक्शन कर अलग-अलग बैंकों से वाहन खरीदने के नाम पर लोन लिया जाता था। लोन की दो-तीन किस्त देने के बाद आरटीओ में फर्जी एनओसी देकर आरसी अपने ही गिरोह के दूसरे सदस्य के नाम ट्रांसफर करवा दी जाती थी। इसके बाद विजय कुमार वाहन को स्पिनी या अन्य कंपनियों में फर्जीवाड़ा कर बनाई गए दस्तावेजों के आधार पर बेच दी जाती थी।
जांच में अब तक इस प्रकार से इस गिरोह द्वारा बेची गई एक दर्जन से अधिक वाहनों के बारे में पता लगाया गया है। इस संबंध में पुलिस की ओर से जांच पड़ताल की जा रही है। इसके अलावा इस मामले में दस्तावेज में कांट छांट करने वालों के संबंध में लोन देने वाले बैंक कर्मचारी और आरटीओ ऑफिस से हाइपोथिकेशन रिमूवल (लोन हटाने की प्रक्रिया) के संबंध में आरोपितों से पूछताछ जारी है। आरोपित विजय कुमार बहुत ही शातिर किस्म का व्यक्ति है। इसके द्वारा पूर्व में भी इस प्रकार से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वाहनों पर लोन करवा कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोन की एनओसी बनाकर वाहन बेचे गए हैं। जिनके अलग-अलग जिलों में मुकदमे दर्ज है।
गौरतलब है कि दो जून को भांकरोटा थाने पर वैल्यू ड्राइव टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड (स्पिनी) की ओर से मामला दर्ज कराया था कि स्पिनिंग कंपनी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से सेकंड हैंड कारों की बेचने और खरीदने का काम करती है। जिसके चलते जनवरी 2025 में एक व्यक्ति ने अपनी कार हुंडई वेन्यू 2024 मॉडल बेचने के लिए संपर्क किया था। उस व्यक्ति ने फर्जी तरीके से कार की नई आरसी कार्ड से कंपनी के साथ फर्जी और धोखाधड़ी कर कंपनी को कार बेची और इसी प्रकार से पूर्व में भी लगभग 8-10 कार बेच चुका हैं। जिस पर पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए बदमाशों द्वारा शोरूम से नई गाडी लोन पर खरीद कर कुछ समय बाद बैंकों के लोन की फर्जी एनओसी तैयार कर वाहन के लोन का आरटीओ से हाइपो थिकेशन रिमुवल (लोन हटाने की प्रक्रिया) करवा कर वाहनो को कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर फाइनेंस छुपा कर अपने ही गिरोह के अन्य सदस्यों के नाम गाड़ी ट्रांसफर कराकर गाड़ियां स्पिनी कंपनी भांकरोटा को बेचने के मामले में आरोपितों को चिन्हित करते हुए आरोपितों को पकडा।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश