पानीपत नगर निगम प्रापर्टी आईडी में करोड़ों का घोटाला
पानीपत नगर निगम : फाइल फोटो


संयुक्त आयुक्त की निजी सचिव बर्खास्तपांच लाख वाले बकाएदार के बनाए पांच हजार

पानीपत, 10 जून (हि.स.)। पानीपत नगर निगम में पिछले दिनों प्रॉपर्टी टैक्स राशि में साढे चार करोड़ की गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद अब प्रॉपर्टी आईडी में भारी गडाबड़ी कर बड़ा घाेटाला उजागर हुआ है।

पानीपत नगर निगम के जॉइंट कमिश्नर संजय कुमार ने अपनी पीए कुसुम को प्रॉपर्टी टैक्स से जुड़े कार्यों को करवाने के लिए एडमिन आईडी चलाने की अनुमति दी हुई थी। आरोप है कि कुसुम ने संयुक्त आयुक्त की अनुमति का गलत फायदा उठाते हुए प्रॉपर्टी टैक्स के बड़े बकायदारों की राशि कम दिखाने लगी। किसी बकायादार का पांच लाख का बकाया था तो उसको 5 हजार कर दिया, जिसकी एवज में मोटी रकम ली जा रही थी है। बड़ी संख्या में ऐसे प्रॉपर्टी टैक्स बिलों में गड़बड़ियां की गई। कमिश्नर डॉ पंकज यादव के सामने इस प्रकार के कई मामले आए।

बिलों से संबंधित कई शिकायतें उनके पास पहुंची तो नगर आयुक्त ने इसकी जांच जॉइंट कमिश्नर संजय कुमार को सौंपी। जॉइंट कमिश्नर ने जांच शुरू की तो पानीपत नगर निगम की प्रॉपर्टी टैक्स शाखा में करीब 4.5 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया। टीम की जांच के दौरान यह बात सामने आई कि जॉइंट कमिश्नर संजय कुमार ने केवल 74 फाइलों को ही आधिकारिक तौर पर मंजूरी दी है, जबकि कुसुम ने कंप्यूटर में कुल 400 एंट्रियां की हैं। 74 आधिकारिक फाइलों को छोड़कर, कुसुम की ओर से की गई अन्य सभी प्रविष्टियां बिना किसी आधिकारिक अनुमति के की गई थीं। क्योंकि इन प्रविष्टियों का नगर निगम में कोई रिकॉर्ड नहीं था। जांच में यह भी बताया गया कि संपत्तियों की लिंक और डी-लिंक एंट्री सबसे ज्यादा 24 अप्रैल और 5 मई को की गई। घोटाला उजागर होने के बाद कुसुम को बर्खास्त कर दिया गया है।

नगर निगम कमिश्नर डॉ. पंकज यादव ने कहा कि यह एक बड़ा घोटाला है और हमने पुलिस विभाग को आपराधिक मामला दर्ज करने और मामले की गहन जांच करने के लिए लिखा है। आयुक्त ने कहा कि हमने कर शाखा में भी व्यवस्था बदल दी है और एक वार्ड के लिए एक ही व्यक्ति को नियुक्त किया है। इस तरह के सभी भ्रष्टाचार के मामलों को रोकने के लिए उन पर चार विशेष जांचकर्ता भी नियुक्त किए हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया है कि यदि किसी भी कर्मचारी पर 10 से अधिक मामले लंबित पाए गए तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल वर्मा