पानीपत में चल रहे फर्जी अस्पतालों पर सीएम फ्लाइंग का छापा, सामान जब्त
पानीपत में चल रहे अवैध अस्पतालों में छाप डालते सीएम फ्लाइंग व स्वास्थ्य विभाग की टीम


अस्पताल के बाहर लगा इलाज का बोर्ड


पानीपत, 10 जून (हि.स.)। पानीपत में दो फर्जी अस्पतालों का भंडाफोड़ हुआ है। मंगलवार को सीएम फ्लाइंग टीम और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन पर रेड मारी। इस दौरान मौके से फर्जी डॉक्टरों और स्टाफ को पकड़ा गया है। जांच में पता चला है कि ये अस्पताल कई सालों से चल रहे थे।

टीम को अस्पतालों में कई मरीज भी मिले, जिनका इलाज चल रहा था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन मरीजों को निगरानी में ले लिया है। मौके से बड़ी मात्रा में दवाइयां और अन्य चिकित्सा उपकरण भी बरामद किए गए हैं। फिलहाल, टीम की कार्रवाई जारी है।

जानकारी के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग और सीएम फ्लाइंग टीम की यह रेड शहर के बीचों-बीच मॉडल टाउन में चल रहे दो अस्पतालों पर हो रही है। इनमें एक अस्पताल तो बच्चों का स्पेशलिस्ट बना हुआ है। जाटल रोड स्थित देव ईएच क्लिनिक नाम के इस फर्जी अस्पताल के बाहर एक बोर्ड लगा हुआ है, जिस पर लिखा है कि हमारे यहां बच्चों और बड़ों की हर प्रकार की बीमारियों का इलाज किया जाता है दूसरा अस्पताल 8 मरला स्थित एसके क्लीनिक है। इसमें भी फर्जी डिग्रियों के आधार पर मरीजों का इलाज किया जा रहा था। मरीजों को आकर्षित करने के लिए इन अस्पतालों ने हथकंडे अपनाए हुए थे। देव अस्पताल में एक बोर्ड लगाया हुआ था, जिस पर रोहतक PGI के पूर्व रजिस्ट्रार डॉ. अरूण महला का भी नाम लिखा हुआ है। बोर्ड पर दावा किया गया है कि डॉ. महला नवजात शिशुओं के स्पेशलिस्ट हैं और अस्पताल में इलाज भी करते हैं।इनके अलावा 4 और अन्य स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के पैनल को अस्पताल से जुड़े होने का दावा किया गया है। टीम ने जब यहां रेड की तो यहां कोई भी कोई एमबीबीएस डॉक्टर नहीं मिला। इसके बाद अस्पताल से मिली हर तरह की दवाइयों, और उपकरणों को टीम ने जब्त कर लिया है ।और उन्हें लैब में चेक किया जाएगा। इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस बारे में सीएम फ्लाइंग दडीएसपी सुशील कुमार ने बताया है कि दोनों अस्पतालों पर सूचना एवं शिकायत के आधार पर रेड की गई है। एक अस्पताल जाटल रोड पर देव क्लीनिक के नाम से है, जबकि दूसरा आठ मरला में एसके क्लीनिक के नाम से है। इन दोनों अस्पतालों के बारे में सूचना थी कि फर्जी डिग्रियां लेकर इन्हें डॉक्टर चला रहे हैं। रेड में स्वास्थ्य विभाग टीम भी शामिल है। रेड के दौरान पाया गया है कि जो शिकायत मिली थी, वह ठीक थी। उन्होंने बताया कि दोनों ही जगह पर फर्जी डिग्रियों के आधार पर लोग डॉक्टर बने हुए थे और लोगों का इलाज कर रहे थे। जिस वक्त टीम ने रेड की तब काफी संख्या में मरीज यहां इलाज करवा रहे थे। उन्हें रेड के बाद यहां से दूसरे अस्पतालों में इलाज करवाने के लिए भेज दिया गया है। अभी दोनों अस्पतालों की जांच जारी है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल वर्मा