फर्जी कर्नल बनकर नौकरी दिलवाने का झांसा देने वाला पुलिस गिरफ्त में
आरोपित फर्जी कर्नल।


धर्मशाला, 10 जून (हि.स.)। कांगड़ा जिला के मुख्यालय धर्मशाला के खनियारा गांव में खुद को कर्नल बताकर सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी ने कई युवाओं को अपने झांसे में लिया और लाखों रुपए की ठगी की। लेकिन जब लोगों को उसकी असलियत पता चली तो उन्होंने उसे खुद पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया है।

आरोपी की पहचान पालमपुर उपमंडल के पंचरुखी गांव निवासी रमेश डोगरा के रूप में हुई है। उसने खुद को सेना का कर्नल बताकर युवाओं को सेना में भर्ती करवाने का भरोसा दिलाया। इस मामले में ठगी का शिकार हुए अक्षय, अमनदीप, संदीप, सोनू और सुरजीत सहित कई युवाओं ने इस मामले में पुलिस से शिकायत की है।

जानकारी के अनुसार आरोपी रमेश डोगरा प्रत्येक अभिभावक से सेना में भर्ती करवाने के नाम पर 50 हजार रुपए की मांग करता था। इसी दौरान गांव जयसिंहपुर निवासी एक युवक के पिता शक्ति चंद ने आरोपी के झांसे में आकर उसे 11 हजार रुपए दे दिए। लेकिन जब उन्होंने रकम वापस मांगी, तो रमेश भागने लगा। शक्ति चंद ने खुलासा किया कि उसकी आरोपी रमेश से पहचान धर्मशाला जेल में हुई थी। दोनों किसी आपराधिक मामले में वहां बंद थे। जेल में ही रमेश ने शक्ति चंद का फोन नंबर लिया और जेल से रिहा होने के बाद संपर्क साधा। इसके बाद उसने सेना में नौकरी दिलवाने का लालच देकर ठगी को अंजाम दिया।जब शक्ति चंद ने रमेश से 11 हजार रुपए वापस मांगे और आरोपी ने भागने की कोशिश की, तो स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।

पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। उसके पास से फर्जी जॉयनिंग लेटर और अन्य संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए गए हैं। पुलिस अब आरोपी के आपराधिक रिकॉर्ड और किसी गिरोह से संबंधों की भी जांच कर रही है।

एसएचओ धर्मशाला नारायण सिंह ने बताया कि इस मामले में हर पहलू की गहन जांच कर रहे हैं। आरोपी के मोबाइल और दस्तावेजों की फोरेंसिक जांच भी करवाई जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया