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जींद, 10 जून (हि.स.)। जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत जिला के प्रत्येक घर में पर्याप्त मात्रा में पीने के पानी की उपलब्धता व भविष्य के 30 वर्षों के लिए पानी के सुरक्षित नए स्त्रोत तैयार करने को लेकर जल जीवन मिशन के निदेशक व अतिरिक्त सचिव कमल किशोर सोन की अध्यक्षता में वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के जरिये सोमवार को समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में हुई इस बैठक में जिला से उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा, जन स्वास्थ्य विभाग के जनस्वास्थ्य विभाग के एसई विक्रम मोर, कार्यकारी अभियंता गुरमीत सिंह, जिला सलाहकार रणधीर मताना व संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। वीडियो कान्फ्रेंस में उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने सचिव को आश्वस्त करते हुए बताया कि जिला के प्रत्येक घर में हर घर जल योजना के तहत जो लक्ष्य दिया गया है, उसे लगभग पूरा कर लिया गया है। उन्होंने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि जन स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार जिला में एक लाख 90 हजार 363 रिहायशी मकान हैं। विभाग द्वारा इन सभी घरों में पीने के पानी के कनेक्शन उपलब्ध करवा दिए गए है। इसके अलावा जिला के 726 राजकीय स्कूलों में भी पानी उपलब्ध करवाने का शतप्रतिशत लक्ष्य पूरा किया जा चुका है। जिला में 1236 आंगनवाडी केंद्रों में भी पीने का पानी की उपलब्धता को लेकर जो लक्ष्य दिया गया है, विभाग द्वारा उसे पूरा कर लिया गया है। जिला में दो वाटर क्वालिटी टेस्टिंग लैब संचालित हैं। समय-समय पर जरूरत अनुसार इन लैबों के माध्यम से पानी की गुणवत्ता की जांच की जा रही है। उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गर्मी के मौसम के मद्देनजर आमजन को पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी उपलब्ध करवाने में किसी भी प्रकार की कोताही न बरतें।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा