प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर एवं दक्षिण भारत की सांस्कृतिक परंपरा को 'काशी तमिल संगमम' के माध्यम से किया पुनर्जीवित : डॉ दयाशंकर मिश्र 'दयालु'
—''काशी तमिल संगमम 4.0 में मीडिया कार्यशाला,कमिश्नर वाराणसी परिक्षेत्र भी हुए शामिल वाराणसी,07 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के आयुष मंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र ''दयालु'' ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर एवं दक्षिण भारत की सांस्कृतिक आ
काशी तमिल संगगम के तहत मीडिया कार्यशाला


—'काशी तमिल संगमम 4.0 में मीडिया कार्यशाला,कमिश्नर वाराणसी परिक्षेत्र भी हुए शामिल

वाराणसी,07 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के आयुष मंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र 'दयालु' ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर एवं दक्षिण भारत की सांस्कृतिक आदान-प्रदान की परंपरा को 'काशी तमिल संगमम' के माध्यम से पुनर्जीवित करने का प्रयास किया है । आयुष मंत्री रविवार को सर्किट हाउस सभागार में मीडिया कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। 'काशी तमिल संगमम 4.0' के तहत पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी)की ओर से आयोजित कार्यशाला में आयुष मंत्री डॉ. दयालु ने केंद्र सरकार के जन कल्याणकारी नीतियों और योजनाओं का उल्लेख कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी के विकास के लिए ऐतिहासिक कार्य किए है। इसी का परिणाम है कि पिछले 4 वर्षों में काशी में लगभग 26 करोड़ श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों का आगमन हुआ, जो वाराणसी के सांस्कृतिक आकर्षण को बताता है।

मीडिया कार्यशाला में वाराणसी परिक्षेत्र के कमिश्नर एस.राजलिंगम ने कहा कि 'काशी तमिल संगमम' के चौथे संस्करण का आयोजन उत्तर एवं दक्षिण भारत की संस्कृति के आदान-प्रदान की परंपरा को पुनर्जीवित करने के साथ-साथ राष्ट्र की एकता और अखंडता को भी बल प्रदान करती है। मंडलायुक्त ने कहा कि यह काशी एवं रामेश्वरम का आकर्षण ही है कि उत्तर भारत के लोगों को दक्षिण भारत एवं दक्षिण भारत के लोगों को उत्तर भारत की यात्रा के लिये प्रोत्साहित करती है। मंडलायुक्त ने कहा कि उत्तर एवं दक्षिण भारत के बीच यह सांस्कृतिक आदान-प्रदान सदियों पुराना है। 'काशी तमिल संगमम' के माध्यम से यह एक नये रूप में दिख रहा है। कार्यशाला में काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष अरुण मिश्र ने कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है । जिसके चलते इसकी जिम्मेदारियां भी एक सजग प्रहरी के रूप में है। उन्होंने कहा की पत्रकारिता का राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान है।

उन्होंने कहा कि पत्रकारिता स्वतंत्र और निष्पक्ष होनी चाहिए तथा उसे सरकार एवं जनता के बीच की कड़ी के रूप में कार्य करना चाहिए। कार्यशाला में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रो.प्रभाकर सिंह,बैंक ऑफ़ बड़ौदा के उप महाप्रबंधक मनोज कुमार बख्शी और पीआईबी के निदेशक दिलीप कुमार शुक्ल ने भी विचार प्रकट किया। कार्यशाला में केंद्र सरकार के जन कल्याण कारी नीतियों, जन कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी दी गई। बाल विवाह मुक्त भारत अभियान, बैंकों में जनता के अनक्लेम्ड एसेट्स के निस्तारण संबंधी प्रयास पर भी चर्चा हुई।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी