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हल्द्वानी, 18 दिसंबर (हि.स.)। कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश ने केंद्र सरकार पर मनरेगा योजना को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) का नाम बदलकर “विकसित भारत – जी राम जी” किया जाना महात्मा गांधी का अपमान है।
सुमित हृदयेश ने सवाल उठाते हुए कहा कि मनरेगा जैसी ऐतिहासिक और जनकल्याणकारी योजना का नाम बदलने की आखिर जरूरत क्यों पड़ी। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने गरीबों को मिलने वाले 100 दिन के रोजगार को घटाकर 60 दिन कर दिया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी और आर्थिक संकट बढ़ेगा।उन्होंने यह भी कहा कि पहले मनरेगा के तहत 90 प्रतिशत केंद्र और 10 प्रतिशत राज्य सरकार का अंशदान होता था, लेकिन अब इसे बदलकर 60 प्रतिशत केंद्र और 40 प्रतिशत राज्य कर दिया गया है।
इससे राज्य सरकारों पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ेगा।वार्ता के दौरान सुमित हृदयेश ने भारतीय जनता पार्टी को खुली बहस की चुनौती देते हुए कहा कि भाजपा अपने 50 प्रवक्ताओं और विशेषज्ञों के साथ आए, कांग्रेस उनसे खुले मंच पर मनरेगा और अन्य मुद्दों पर बहस के लिए तैयार है।इसके अलावा उन्होंने हल्द्वानी प्रशासन पर भी आरोप लगाए और कहा कि बजट खपाने के लिए शहर में अनावश्यक रूप से लाल निशान लगाए जा रहे हैं, जिससे आम जनता को परेशानी हो रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / अनुपम गुप्ता