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धर्मशाला, 18 दिसंबर (हि.स.)। पूर्व उद्योग मंत्री एवं जसवां–प्रागपुर के विधायक बिक्रम ठाकुर ने कांगड़ा वैली कार्निवल के नाम पर व्यापारिक संस्थानों से आर्थिक सहयोग जुटाने के मामले को लेकर कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सिविल सप्लाई विभाग के कांगड़ा जिला नियंत्रक का पत्र सोशल मीडिया में वायरल होना इस बात का पुख्ता प्रमाण है कि कांग्रेस सरकार अब सांस्कृतिक आयोजनों की आड़ में उगाही को सरकारी नीति बना चुकी है। बिक्रम ठाकुर ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि जिम्मेदार अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।
वीरवार को जारी एक प्रेस बयान में बिक्रम ठाकुर ने कहा कि यदि सरकार वास्तव में कांगड़ा वैली कार्निवल जैसे आयोजनों को लेकर गंभीर है, तो इसके लिए बजट में स्पष्ट प्रावधान क्यों नहीं किया गया। सरकारी कार्यक्रमों के लिए व्यापारियों और दुकानदारों से पैसा मांगना सरकार की नीयत और वित्तीय कुप्रबंधन को दर्शाता है। यह सहयोग नहीं, बल्कि दबाव और भय के माहौल में की जा रही जबरन वसूली है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार प्रदेश को “चंदा राज” की ओर धकेल रही है, जहां हर सरकारी आयोजन जनता की जेब पर डाका डालकर किया जा रहा है। पहले टैक्स, अब कार्निवल के नाम पर वसूली, यह कांग्रेस की जनविरोधी सोच को उजागर करता है। विधायक ने कहा कि व्यापारियों पर आर्थिक बोझ डालना पूरी तरह अनुचित और निंदनीय है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि एक तरफ कांग्रेस सरकार आर्थिक संकट का रोना रोती है, दूसरी तरफ भव्य आयोजनों की योजना बनाकर जनता से पैसा ऐंठने में जुटी है। तीन साल के शासन में विकास ठप पड़ा है, रोजगार के अवसर समाप्त हो चुके हैं और अब व्यापार वर्ग को भी परेशान किया जा रहा है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कांग्रेस सरकार ने उगाही की यह नीति बंद नहीं की, तो भाजपा व्यापारियों और आम जनता के हितों की रक्षा के लिए मजबूती से सड़कों पर उतरेगी।
हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया