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नई दिल्ली, 14 दिसंबर (हि.स)। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने एक अभियान के तहत 6.26 करोड़ रुपये की कीमत के प्रतिबंधित/वर्जित लाल चंदन की अवैध रूप से एक्सपोर्ट करने की कोशिश को नाकाम कर दिया है। साथ ही डीआरआई ने अलग-अलग वेयरहाउस से कुल 15 टन लाल चंदन जब्त किया और इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
वित्त मंत्रालय ने रविवार को दी जानकारी में बताया कि डीआरआई अधिकारियों को खास जानकारी मिली थी कि चेन्नई और उसके आस-पास के इलाकों में अलग-अलग गोदामों में लाल चंदन छिपाकर रखा जा रहा है, जिसे चेन्नई से दिल्ली के रास्ते निर्यात करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके बाद डीआरआई के अधिकारियों ने 09 दिसंबर से 11 दिसंबर तक तीन जगहों पर एक साथ तलाशी अभियान चलाया।
डीआरआई के इस अभियान में एक जगह से ग्रेड ए क्वालिटी के कुल 169 लाल चंदन के लट्ठे बरामद किए गए हैं, जिनका वजन 5.55 एमटी था। इनमें कुल 76 लट्ठों को सफेद एचडीपीई पैकिंग सामग्री में लपेटकर छुपाया गया था, और उन्हें ‘घरेलू सामान’ की आड़ में अवैध रूप से दिल्ली ले जाने के लिए ट्रक में लादने की तैयारी थी। डीआरआई ने सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 के तहत अवैध निर्यात के लिए रखे गए सामान और कवर सामान को जब्त कर लिया, जबकि अन्य दो जगहों से लट्ठों, जड़ों और फर्नीचर के रूप में 9.55 एमटी लाल चंदन बरामद और जब्त किया गया है।
मंत्रालय के मुताबिक गिरफ्तार किए गए 4 लोगों में मुख्य संचालक, लाल चंदन की पैकिंग एवं परिवहन में शामिल उसके दो साथी और आपूर्तिकर्ता पक्ष का एक बिचौलिया शामिल है। आगे की जांच जारी है। लाल चंदन (टेरोकार्पस सैंटालिनस) सीआईटीईएस के परिशिष्ट II और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची-IV में सूचीबद्ध है, विदेश व्यापार नीति के तहत इसके निर्यात पर प्रतिबंध/रोक है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर