अच्छी सेहत के लिए मोटा अनाज खाएं, खूब पानी पीएं, अच्छी नींद लें और व्यायाम करें : राज्यपाल पटेल
- राज्यपाल ने इंदौर में किया चार दिवसीय 73वें वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन एनएस आईकॉन का शुभारंभ इंदौर, 11 दिसम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि भगवान सभी जगह नहीं पहुँच पाते हैं, इसलिए उन्होंने चिकित्सक बनाएं हैं। भगवान का
73वीं वार्षिक राट्रीय सम्मेलन एनएस आईकॉन


73वीं वार्षिक राट्रीय सम्मेलन एनएस आईकॉन


- राज्यपाल ने इंदौर में किया चार दिवसीय 73वें वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन एनएस आईकॉन का शुभारंभ

इंदौर, 11 दिसम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि भगवान सभी जगह नहीं पहुँच पाते हैं, इसलिए उन्होंने चिकित्सक बनाएं हैं। भगवान का दूसरा रूप चिकित्सक ही होता है। उन्होंने कहा कि अच्छी सेहत के लिए मोटा अनाज का सेवन करें, खूब पानी पीएं, अच्छी नींद लें और नियमित व्यायाम करें। फास्ट फूड से बचे।

राज्यपाल पटेल गुरुवार को इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में न्यूरोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (एनएसआई) द्वारा आयोजित 73वीं वार्षिक राट्रीय सम्मेलन एनएस आईकॉन के शुभारंभ अवसर पर संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय विशेष रूप से मौजूद थे।

राज्यपाल पटेल ने कहा कि मानव शरीर में हाथ, पैर, आँख, नाक आदि अंग होते हैं, लेकिन उनका मुखिया मस्तिष्क होता है। मस्तिष्क ही सभी इंद्रियों को आदेश देता है और उसे नियंत्रित करता है। हमारा मस्तिष्क स्वस्थ और शांत रहे, इस दिशा में न्यूरो सर्जन और न्यूरोलॉजिस्ट चिकित्सकों की विशेष भूमिका है। कई बार क्रोध की वजह से हम विचलित हो जाते हैं, जिससे कार्य का संपादन ठीक प्रकार से नहीं होता है। ऐसे समय न्यूरो सर्जन और न्यूरोलॉजिस्ट अपनी उन्नत चिकित्सा, प्रमाणिक ज्ञान और संवेदनशीलता से मस्तिष्क को स्वस्थ और शांत करते हैं।

उन्होंने कहा कि शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य भी जरूरी है और इसके लिए मस्तिष्क का स्वस्थ और शांत रहना अनिवार्य है। इस चार दिवसीय सम्मेलन से जो निष्कर्ष निकलेगा वह समाज के लिए उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने न्यूरोलॉजी विषय पर दो पुस्तकों का विमोचन किया। साथ ही कुछ चिकित्सकों को लाइफटाइम अवार्ड से सम्मानित किया। साथ ही उन्होंने 73वीं वार्षिक राट्रीय सम्मेलन एनएसआईकॉन के बारे में आयोजकों से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सम्मेलन के विभिन्न स्टालों पर जाकर अवलोकन किया और चिकित्सकों के साथ संवाद किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, एनएसआइकॉन के ऑर्गनाइजिंग चेयरमैन डॉ. वसंत डाकवाले, ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. जेएस कठपाल, डॉ. मानस पाणिगही, अध्यक्ष डॉ. मानस पाणिग्रही, अध्यक्ष-निर्वाचित डॉ. के. श्रीधर, एजुकेशन एंड ट्रेनिंग कमेटी के चेयरमैन डॉ. लुईस बोर्बा ने दीप प्रज्वलित कर किया।

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में स्वास्थ्य चिकित्सा के क्षेत्र में किये जा रहे हैं विशेष कार्य: विजयवर्गीय

मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर स्वास्थ्य की राजधानी है। यहाँ के चिकित्सक मरीजों की सेवा में हमेशा तत्पर रहते हैं और सेवा भावना के साथ कार्य करते हैं, यह अपने आप में विशिष्ट हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में स्वास्थ्य चिकित्सा के क्षेत्र में लगातार शोध और अनुसंधान हो रहे हैं और चिकित्सा गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले, इसके लिए प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना चलाई जा रही है, जिसका लाभ बड़ी संख्या में आमजन उठा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर जिले में मेडिकल कॉलेज खुलने के साथ 300 बिस्तरों का अस्पताल भी शुरू करने की दिशा में कार्य जारी है। बीमार व्यक्ति की अच्छे से सेवा हो और उसे बेहतर चिकित्सा मिले, इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत हर क्षेत्र में शक्तिशाली बने, यह हमारा लक्ष्य है। आजादी के 100 साल बाद भारत एक नई ताकत के साथ खड़ा होगा।

उल्लेखनीय है कि न्यूरोलॉजिकल सोसायटी ऑफ इंदौर द्वारा आयोजित उक्त सम्मेलन 14 दिसम्बर तक चलेगा। इस सम्मेलन में विश्व के प्रसिद्ध न्यूरोसर्जन और न्यूरोलॉजिस्ट भाग ले रहे हैं। इस सम्मेलन का विषय “ब्रेन और स्पाइन केयर में चुनौतियों पर विजय” है। इंदौर में इस तरह का सम्मेलन वर्ष 1999 और 2024 में सफलतापूर्वक सम्पन्न हो चुके हैं। न्यूरोलॉजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया का इंदौर में यह तीसरा सम्मेलन है। इस वर्ष यह सोसायटी अपने स्थापना के 75 वर्ष पूर्ण कर रही है। सम्मेलन में बड़ी संख्या में न्यूरोसर्जन और न्यूरोलॉजिस्ट उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर