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कोलकाता, 11 दिसंबर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर निर्वाचन आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। नदिया जिले के कृष्णनगर में आयोजित विरोध रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग पश्चिम बंगाल की मतदाता सूची भाजपा के आईटी सेल के निर्देशों के आधार पर तैयार करने की कोशिश कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि मतदाता सूची से 1.5 करोड़ नाम हटाने की योजना बनाई गई है। उन्होंने साफ कहा कि यदि किसी एक भी मतदाता का नाम सूची से हटाया गया तो वह धरने पर बैठेंगी और हटाए गए नाम वापस शामिल होने तक प्रदर्शन जारी रखेंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा एसआईआर प्रक्रिया का लाभ उठाने की कोशिश कर रही है, लेकिन बंगाल में यह प्रयास सफल नहीं होगा।
रैली में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी तीखा हमला बाेला। उन्होंने कहा कि देश में एक ऐसे गृह मंत्री हैं जो बेहद खतरनाक हैं और कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी आंखों को देखकर ही पता चलता है कि वे कितने खतरनाक हैं।
मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मतदाताओं को पैसों से बांटने की कोशिश हो सकती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि किसी भी कीमत पर भाजपा को ऐसा करने की अनुमति न दें, क्योंकि यह उनकी पुरानी रणनीति है।
हाल में कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में गीता पाठ कार्यक्रम के दौरान चिकन पैटीज बेचने वाले दो विक्रेताओं से मारपीट के मामले का जिक्र करते हुए ममता ने कहा कि बंगाल में ऐसे किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पश्चिम बंगाल है, उत्तर प्रदेश नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सभी नागरिकों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करेगी, चाहे किसी भी समुदाय या वर्ग से संबंधित हों।--------------------
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर