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धार, 11 दिसंबर (हि.स.)। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय पेयजल और स्वच्छता विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत समस्त राज्यों से चयनित जिलों की प्रगति व नवाचार के संबंध में जिला कलेक्टर्स से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम के समीक्षा गुरुवार को की गई। मध्य प्रदेश से समीक्षा हेतु धार जिले का चयन किया गया था।
कलेक्टर प्रियंक मिश्रा द्वारा बताया गया कि धार जिला मध्यप्रदेश के बड़े जिलों में से एक है। जिसमें 13 विकासखण्ड है। उन्होंने जल जीवन मिशन अंतर्गत जिले की स्थिति, प्रगति एवं प्रमुख पहलुओं के साथ ही जिले में किये गये नवाचार के बारे में अवगत कराया गया। कलेक्टर द्वारा बताया गया कि जिले में कुल 3,83,935 ग्रामीण परिवार हैं। मिशन के प्रारंभ (15 अगस्त 2019) पर 51,060 परिवार (13.30 प्रतिशत) को ही नल-जल उपलब्ध था। 4 दिसंबर 2025 तक 3,03,372 परिवार (79.02 प्रतिशत ) को नल-जल कनेक्शन उपलब्ध कराए जा चुके हैं। जिले के 814 गाँव (55 प्रतिशत) में 100 प्रतिशत कार्यरत् घरेलू नल कनेक्षन (FHTC) उपलब्धता सुनिश्चित की जा चुकी है। जिले के कई ब्लॉकों कुक्षी, निसरपुर, बदनावर, धार में 90 प्रतिशत से अधिक प्रगति दर्ज की गई है। जिले में क्रियान्वित प्रमुख मल्टी-विलेज स्कीम परियोजनाओं की स्थिति बताई गई। इन परियोजनाओं के माध्यम से जिले के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में दीर्घकालिक, सतत एवं गुणवत्तापूर्ण पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
कलेक्टर ने बताया कि जिले में चयनित ग्रामों में 24X7 जल प्रदाय मॉडल लागू किया जा रहा है। जिससे स्वच्छ जल की निरंतर उपलब्धता से जलजनित रोगों में कमी, महिलाओं एवं बच्चों का समय बचना, जिससे शिक्षा व आजीविका में सुधार, ग्राम पंचायतों की भागीदारी से सामुदायिक स्वामित्व में वृद्धि, घरेलू कार्यों में सुविधा एवं जीवन-स्तर में सुधार होगा। इसके लिए ग्राम पंचायत, जल निगम के बीच MOU का प्रारूप भी साझा किया गया। पंचायत दर्पण पोर्टल के माध्यम से बिलिंग एवं भुगतान, जिले में बल्क वॉटर बिलिंग को डिजिटल रूप से संचालित किया जा रहा है।
कलेक्टर द्वारा बताया गया कि जिले में पहले फ्लोराइड की समस्या थी, लेकिन सतह जल संचय स्कीम आने से यह समस्या समाप्त हो गई। भारत सरकार जल शक्ति मंत्रालय पेयजल और स्वच्छता विभाग द्वारा जल जीवन मिशन अंतर्गत जिले में किये गये कार्य व नवाचार की प्रषंसा की गई।
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हिन्दुस्थान समाचार / Gyanendra Tripathi